कोरबा । कोरबा राजस्व जिला गठन के 23 वर्ष पूरे होने के बाद भी इस विभाग को पशुओं के उपचार और उनसे संबंधित बीमारी व अन्य प्रकरणों की जांच के लिए उच्चस्तरीय प्रयोगशाला नहीं मिल सकी है। अब भी कई मामलों की जांच के लिए यहां के अमले को रायपुर के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
कालांतर में यहां सभी विभागों के कार्यालय स्थापित हुए। संसाधनों को उपलब्ध कराया गया। समय के साथ नई आवश्यकताओं की पूर्ति की गई और सेटअप भी बदला गया। जिले में लाखों की संख्या में गौवंश और अन्य प्रजातियों के जानवर मौजूद हैं। इनकी देखरेख और अन्य संबंधित कार्यों के लिए पशु चिकित्सा विभाग को जिम्मेदारी दी गई है।
जिला गठन के 23 साल से यहां पर संचालित हो रहा पशु चिकित्सा विभाग अभी भी सामान्य व्यवस्था के साथ अपना कामकाज कर रहा है। पशुओं की सामान्य चिकित्सा और जांच का काम भी स्थानीय स्तर पर हो पा रहा है। जबकि दूसरे कारण से होने वाली मौत के मामले में नमूने रायपुर को भेजने की स्थिति अभी भी बनी हुई है।