पिथौरा| बाघ के लिए लगाये गये गए ट्रैप कैमरे में बाघ तो नजर नहीं आया अलबत्ता शिकारी कैद हो गये. वहीं कार्रवाई करने निकली वन विभाग की टीम को आरोपियों ने बंधक बना लिया. बंधक बनाने के बाद की गई पुलिसिया कार्रवाई में 4 आरोपी पकड़े गए. और एक के घर से वन्य जीवों के अवशेष बरामद किये गये.
पुलिस सूत्रों के अनुसार समीप के बार वन विकास निगम क्षेत्र में कथित बाघ विचरण क्षेत्र में लगाये गए ट्रैप कैमरे में कभी बाघ तो नहीं दिखा परन्तु कुछ संदिग्ध शिकारी 5 कुत्तों एवम शिकार में प्रयुक्त होने वाले हथियार के साथ कैद हो गये थे. फुटेज के आधार पर कार्रवाई करने निकली वन विभाग की टीम को आरोपियों ने बंधक बना लिया. पुलिस ने बंधक टीम को छुड़ाया उसके बाद वन विभाग ने कर्रवाई शुरू की.
बता दें वर्तमान में बलौदाबाजार भाटापारा जिले के अंतर्गत आने वाले बार अभयारण्य एवं वन विकास निगम के क्षेत्र में बाघ का कथित विचरण विगत 4 मार्च से देखा गया था. अफवाहों का बीच बाघ की पुष्टि हेतु वन विभाग द्वारा सतत् गश्त एवं निगरानी की जा रही है. चूंकि बाघ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 अंतर्गत शेड्यूल वन एवम राष्ट्रीय प्राणी है जिसके कारण बाघ की सच्चाई पता लगाने ट्रैप कैमरा में मध्यम से जंगल के अंदर बाघ की निगरानी विभाग के द्वारा की जा रही थी.
पखवाड़े भर से अधिक दिनों में बाघ की कोई उपस्थिति तो नहीं मिली परन्तु दिनांक 21 मार्च 2024 को रात में 1:47 बजे एक संदिग्ध व्यक्ति की फ़ोटो शिकार के उद्देश्य से ट्रैप कैमरे के माध्यम से विभाग को प्राप्त हुई. कैमरे में कैद एक व्यक्ति को 5 कुत्ते एवं औज़ार लेकर जंगल में विचरण करते देखा गया.
पूछताछ एवं छानबीन अनुसार व्यक्ति गाँव कौवाबहरा,पंचायत रवान निवासी 27 वर्षीय लोचन ठाकुर के रूप में पहचान हुई थी. विभाग द्वारा कल उनके घर जाकर विधिवित छापामार तलाशी ली गई जिसमें 5 नग गोला,पैंगोलिन छाल,साही आंत (intestine)- 10 नग,जंगली सुअर मास-1 किलो ग्राम,5 नग जंगली सुअर दाँत एवं 1 नग जंगली सुअर जबड़ा प्राप्त बरामद किया गया.
पूछताछ के दौरान ऋषि ठाकुर,शिव ठाकुर,महासिंग ठाकुर के भी शामिल होने की बात सामने आई. विभाग के द्वारा विधिवत कार्यवाही करते हुए ज़ब्त सामग्री के साथ कोर्ट की कार्रवाई की जा रही है.
deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा