पिथौरा कन्या शाला में बाल वैज्ञानिक छात्राओं द्वारा विज्ञान प्रदर्शनी

शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पिथौरा के अटल टिंकरींग लैब के बाल वैज्ञानिक छात्राओं द्वारा कार्यशाला एवम् विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया.

पिथौरा. शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पिथौरा के अटल टिंकरींग लैब के बाल वैज्ञानिक छात्राओं द्वारा कार्यशाला एवम् विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया.

is कार्यशाला एवम् विज्ञान प्रदर्शनी में क्लास 9 वीं से 12वीं तक छात्राओं ने लैब प्रभारी जी एम साहू के मार्गदर्शन में आर्डिनो यूनो, पी आई आर सेंसर , आई आर सेंसर, ब्लूटूथ मॉड्यूल, शोइल माउथ्चर सेंसर और रैन ड्रॉप सेंसर से संबंधित अनेक प्रकार के प्रोजेक्ट तैयार किए. जिसमें से होम ऑटोमेशन ,आर्टिफियल लाइट ,स्मार्ट लाइट , ड्राई क्लीनर ,एग्रीकल्चर ऑटोमैटिक वाटर सप्लाई ,स्मार्ट हैंड वाश , पेट्रोल स्कैम जैसे दर्जनों प्रोजेक्ट प्रस्तुत किये. इतना ही नहीं बल्कि जितने भी प्रोजेक्ट बनाए गए हैं उसे एक साकार रूप देकर उसे दैनिक जीवन में उपयोगी योग्य बनाने का कार्य किया जा रहा है ताकि उसकी गुणवत्ता एवम दक्षता का परीक्षण किया जा सके. जैसा की प्रोजेक्ट ब्लूटूथ के जरिए लैब के लाइट और पंखे इत्यादि को कनेक्ट कर मोबाइल के माध्यम से 15 मीटर की दूरी से ऑन ऑफ करना ,अपने घर के लाइट की कलर को मोबाइल के जरिए चेंज करना इत्यादि.

प्रदर्शनी में मुख्य अतिथि न्यायाधीश श्री प्रतीक टेम्भुरकर एवम विशिष्ट अतिथि के तौर पर महिला बाल विकास विभाग पर्यवेक्षक श्रीमती लाल मैडम एवम विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्द्वरिका पतेल , अध्यक्ष् प्रेस क्लब पिथौरा रजिन्दर खनुजा अरुण देवता रहे.

सभी ने वैज्ञानिक मॉडल और आधुनिक जीवनविषय पर प्रकाश डालते हुए बच्चों को प्रेरणा वक्तव्य दिया. संस्था के प्रभारी प्रिन्सिपल् ए आर् बरिहा जी, ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की. कार्यक्रम का संचालन समग्र शिक्षा के व्यावसायिक शिक्षक जी के ड़ड़सेना ने किया.धन्यवाद ज्ञापन ए एस् पटेल ने किया.

कार्यक्रम मे वरिष्ठ व्याख्याता शंकर गोयल,ए एस खान, दिलीप साहू,एक्का मैडम, होता मैडम, वही एल पटेल मैडम,तिर्की मैडम, केशव निषाद सर,प्रकाश साहू,पुष्पकांत साहू,पुष्पलता चौधरी, विजय सिन्हा, कमला यादव मैडम , तानसिंग वर्मा एवं सभी शिक्षक वृन्द का सहयोग ,विद्यालय परिवार के विद्यार्थियों की उपस्थिति मे प्राप्त हुआ.

अंध विश्वास समाप्त करने की दिशा में मॉडल
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्थानीय प्रथम वर्ग न्यायाधीश मान प्रतीक टेम्भूलकर ने अपने उद्बोधन में कहा कि उन्होंने सभी मॉडल अवलोकन कर देखा कि छात्राओं ने दूरदृष्टि से मॉडल तैयार किये है. श्री टेम्भूलकर ने कहा कि सेंसर सिस्टम के मॉडल सराहनीय है इससे लोगो के बीच से अंधविश्वास दूर होगा. लोग विज्ञान पर भरोसा करने लगेंगे.इस तरह के मॉडल विकसित कर ही देश से अंधविश्वास को दूर किया जा सकता है. उन्होंने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए आगे भी आम जरूरत के अनुसार बच्चे मॉडल बनाये यही सच्ची देश सेवा होगी.

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