पिथौरा| वन काष्ठागार पिथौरा में पदस्थ एक डिप्टी रेंजर ने अपने ही रेंजर पर उससे पिटाई करने का आरोप लगाया है. वहीं काष्ठागार प्रभारी रेंजर ने दोनों में बहस की बात कबूल की है परन्तु मारपीट की घटना से इंकार किया है.
आज शुक्रवार की सुबह घटित एक घटना में वन काष्ठागार पिथौरा के डिप्टी रेंजर मेहतर सिंह ध्रुव ने अपने ही रेंजर अमरदीप साहू द्वारा उनसे मारपीट किये जाने का एक आवेदन पिथौरा पुलिस में देकर कार्यवाही की मांग की है.अपने आवेदन में डिप्टी रेंजर मेंहंतर सिंह ध्रुव पिता विरसिंह (अनुसुचित जन जाति) काष्ठागार में (वन पाल) के पद पर पदस्थ हूँ.
काष्ठागार अधिकारी अमरदीप साहू द्वारा मेरे को अपमानित करते हुए मुझे गाली करने लगा,अधिकारी द्वारा मुझसे जो जवाब मांगा गया में जवाब दे ही रहा था कि अधिकारी द्वारा जातिसूचक गालियां देते हुए मुझसे मारपीट की गई. रेंजर द्वारा मुझसे इतना ज्यादा मार पीट किया कि मेरे चेहरे से खून बहने लगा तथा मेरा चश्मा टूट कर कही फिर गया,. इसके बाद मेरे पुत्र जिलेन्द्र ध्रुव मुझे थाना लेकर आया.
उसने थाना प्रभारी से उक्त अधिकारी के खिलाफ FIR दर्ज कर कार्रवाई के मांग की है.
मारपीट नहीं बल्कि कहा सुनी हुई–रेंजर
दूसरी ओर वन काष्ठागार के रेंजर अमरदीप साहू ने इस प्रतिनिधि से चर्चा करते हुए बताया कि कार्यालय में अन्य कर्मी भी थे किसी की किसी के साथ भी मारपीट नहीं हुई है. आज वन मण्डल कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए आवश्यक बांस की जानकारी के लिए सराईटर काष्ठागार के सेक्टर 8 के प्रभारी वनपाल मेहतर सिंह ध्रुव को जानकारी देने कहा गया था परन्तु उन्होंने जानकारी देने से स्पस्ट मना कर दिया. परन्तु अधिकारियों के निर्देश के परिपालन में मेरे द्वारा श्री ध्रुव को डांटा गया इससे गुस्साए श्री ध्रुव द्वारा कार्यालय में ही विवाद करने लगा. जिसे मेरे द्वारा उसे समझाने का ही प्रयास किया गया उसके साथ किसी तरह की मारपीट नहीं हुई.
deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा