पिथौरा| क्षेत्र के भिथिडीह बीट के अमलीडीह जंगल में तस्करी के उद्देश्य से एक स्थान पर एकत्र की गई एक घनमीटर से अधिक खैर लकड़ी वन सुरक्षा समिति के सदस्यों की सहायता से स्थानीय वन विभाग ने पकड़ने में सफलता अर्जित की है. वह अधिकारी तस्कर का नाम पता लगा कर उसे पकड़ने का प्रयास कर रहा है. वही विभागीय सूत्र खैर की लकड़ी देवपुर वन परिक्षेत्र की बताते है. ज्ञात हो कि देवपुर वन परिक्षेत्र में अवैध कटाई एवम शिकार की घटनाएं चरम पर है.
ज्ञात हो कि पिथौरा वनक्षेत्र के जंगलों से तस्करों द्वारा लगातार प्रतिबंधित प्रजाति की खैर लकड़ी की तस्करी की जा रही है.इस लकड़ी के लट्ठों की अवैध कटाई कर उसका छिलका निकालकर पीकअप वाहनो में परिवहन कर तस्करी किये जाने की खबर लगातार सुर्खियों में है .
इसी बीच बीती रात भीथिडीह कक्ष क्रं.243 से पीकअप वाहन द्वारा खैंर लकड़ी तस्करी की सूचना पर वन सुरक्षा समिति के सदस्यों द्वारा वन विभाग के रेंजर मोती लाल साहू को जानकारी दी. जिस पर श्री साहू तत्काल अपनी टीम के साथ मौके से खैंर लकड़ी के 29 नग छिला हुआ खैर चिरान,एवम लट्ठ कुल माप 1.247 घन मीटर एवं खैर जलाऊं 11 किलो जब्त कर कार्रवाई की गई है.
उक्त सम्बन्ध में रेंजर श्री साहू ने बताया कि भिथिडीह जंगल मे खैर के पेड़ नही है. सम्भवतः ये लकड़ियां अन्य स्थानों से पेड़ काट कर यहां रखी गयी होंगी. चूंकि खैर की लगातार तस्करी देख कर उन्होंने पूरे परिक्षेत्र में मुखबिर लगाए है. लिहाजा उन्हें खैर को बचाने में सफलता भी मिली है. उक्त मामले में मात्र लकड़ी ही जब्त की गई है.आरोपी एवम परिवहन करने वाली वाहन की तलाश की जा रही है.
deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा