रायपुर| पूर्व माध्यमिक शाला, पोंसरी और प्राथमिक शाला, पोंसरी के सभी शिक्षकों के द्वारा एवं अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन, बलौदा बाजार ब्लॉक के सदस्यों प्रकाश चंद्र गौतम और सौगत रॉय के सहयोग से पोंसरी गांव में सामुदायिक स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया. पूर्व माध्यमिक और प्राथमिक शाला के 120+ स्कूली छात्रों के साथ, लगभग 180+ समुदाय के सदस्यों (महिलाओं, लड़कियों और कुछ पुरुषों ने भी) ने इस कार्यक्रम में भाग लिया.
कार्यक्रम का संचालन पूर्व माध्यमिक और प्राथमिक शाला के दो शिक्षक शिल्पी श्रीवास्तव और दीप्ति वर्मा
ने किया, जहां कार्यक्रम की शुरुआत चेतना गीत ‘जानने का हक’ के साथ हुई, जिसके बाद इस बार के थीम #EmbraceEquity पे बात रखा गया. संकुल समन्वयक शशिकांत राणा, पूर्व माध्यमिक और प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक कमल सिंह वर्मा, शहनाज बेगम ने दर्शकों के साथ दिन के महत्व को साझा किया.
गांव की 20 महिलाओं को ‘गांधी की आत्मकथा’, ‘साइकिल पत्रिका’ पर किताबें देकर सम्मानित किया गया, जिन्होंने एक बेहतर समाज के निर्माण के लिए विभिन्न क्षेत्रों में योगदान दिया है. यह पहल निश्चित रूप से समाज की अन्य महिलाओं को आगामी दिनों में अपनी ओर से योगदान देने के लिए प्रेरित करेगी.
अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन की ओर से प्रकाश चंद्र गौतम ने पी. साईनाथ द्वारा ‘जहाँ पहिया है’ नामक कहानी प्रस्तुत की, जो यह बताएगी कि महिलाएं समाज में क्या कर सकती है.
इसके साथ ही प्रतिभागियों के लिए एक गेम भी था जिसमें कई लोगों ने सबके सामने परफॉर्म किया और बातें कीं। स्कूल की छात्राओं ने महिला सशक्तिकरण से संबंधित नृत्य व नाटक की प्रस्तुति दी.
दो घंटे के कार्यक्रम का समापन पूर्व माध्यमिक शाला, पौंसरी के प्रधान पाठक, कोमल सिंह वर्मा के धन्यवाद
ज्ञापन और कार्यक्रम में उपस्थित सभी समुदाय के सदस्यों द्वारा एक प्रसिद्ध कर्मा नृत्य के साथ हुआ.