पिथौरा| छत्तीसगढ़ में लगातार शासन द्वारा निर्धारित दर से अधिक किराया वसूलने एवम यात्रियों से दुर्व्यवहार की खबरे प्रकाशन के बाद अंततः परिवहन आयुक्त के निर्देश पर जिले के विभिन्न मार्गों पर चल रही बसों पर कल शनिवार दूसरे दिन भी कार्यवाही कर बसों की चेकिंग कर जुर्माना वसूला गया.
जिला जनसम्पर्क कार्यालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार कल शनिवार दूसरे दिन भी यात्री बसों का निरीक्षण जिला परिवहन अधिकारियों द्वारा , महासमुंद ज़िले के राजिम मोड़ / बागबाहरा रोड पर चेकिंग की गयी.
ज़िला परिवहन अधिकारी आर.के.ध्रुव ने जानकारी दी कि चेकिंग की कार्रवाई में महासमुंद के साथ सहायक परिवहन उप निरीक्षक राजेन्द्र कुमार पटेल एवं प्रधान आरक्षक कमल नारायण ठाकुर, तुलाराम कश्यप, मोहन कुमार कण्डरा योगदान सराहनीय रहा.
13 वाहनों से कुल 34,800 रुपए समझौता शुल्क वसूल किया गया है।. साथ ही वाहन स्वामी / चालकों को समस्त वैध दस्तावेजों के साथ-साथ शासन द्वारा निर्धारित दर पर ही किराया लिये जाने हेतु हिदायत दी गयी.
बीते शुक्रवार को हुई यात्री बसों एवं अन्य वाहनों से चेकिंग के दौरान 1 लाख 44 हज़ार रुपए समझौता शुल्क वसूल किया गया किया गया था। इन दो दिनों में 1,82,800 का समझौता शुल्क वसूल किया गया. मिली शिकायतों के चलते महासमुंद से बागबाहरा एवं महासमुंद से राजिम मार्ग पर अधिक किराया, बिना परमिट, बिना फिटनेस, बिना टैक्स, बिना बीमा के संचालित वाहनों पर कार्यवाही किया गया. चेकिंग के दौरान परमिट शर्तो का उल्लंघन करते पाये जाने पर 4 वाहनों से 20,000 रुपए समझौता शुल्क वसूल किया गया.
बिना फिटनेस के संचालित 02 वाहनों पर कार्यवाही करते हुए 6000 रुपए समझौता शुल्क वसूल किया गया. बिना प्रदूषण के संचालित 02 वाहनों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए रू. 4,000 रुपए समझौता शुल्क वसूल किया गया एवं अन्य अपराध के तहत कुल 05 वाहनों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए कुल 4,800 रुपए समझौता शुल्क वसूल किया गया। इस तरह कुल 13 वाहनों से कुल 34,800 रुपए समझौता शुल्क वसूल किया गया है.
लगातार चेकिंग की आवश्यकता
विगत दो दिनों से बसों की चेकिंग कर जुर्माना वसूलने की कार्यवाही की आम यात्री सराहना कर रहे है. वही आम यात्री चाहते है कि ये कार्यवाही लगातार होती रहनी चाहिए जिससे बस संचालको की मनमानी पर नियंत्रण हो सके एवम बीमार वृद्ध एवम महिला यात्रियों को नगर से बाहर फोरलेन पर नही उतारा जाना चाहिए. इन सवारियों के लिए बस स्टैंड तक बसों को लेकर उतारना चाहिए. जिससे इनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.