महासमुंद | महासमुंद जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में गर्भवती शिशुवती महिलाओं और 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चों को गरम पका हुआ भोजन प्रतिदिन दिया जा रहा है।
जिले के कुछ आंगनबाड़ी केन्द्रों में ब्लॉक स्तर से सत्यापन नहीं होने के कारण आंगनबाड़ी केन्द्रों में गरम भोजन में व्यावधान उत्पन्न हुआ।
कलेक्टर श्री निलेशकुमार क्षीरसागर ने संज्ञान लेते हुए विगत शनिवार 5 मार्च को ही महिला बाल विकास अधिकारी को कहा कि तृतीय स्तरीय सत्यापन की जगह ग्राम पंचायत स्तर या फिर ब्लॉक स्तर पर तत्काल सत्यापन कराकर इस माह के अंत तक लम्बित भुगतान का निराकरण करें।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्री समीर पांडेय ने कलेक्टर आश्वासन की जानकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को उसी दिन शनिवार को दी और कहा कि इस माह के अंत तक पुराना लंबित भुगतान कर दिया जाएगा।
कलेक्टर के आश्वासन के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने आज सोमवार से जिले की आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को गरम पौष्टिक भोजन पूर्ववत् की तरह शुरू कर दिया गया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्री समीर पांडेय ने बताया कि गर्भवती शिशुवती महिलाओं और 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चों को गरम पका हुआ भोजन प्रतिदिन दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत डीएमएफ मद से चिन्हांकित हितग्राहियों 6 वर्ष आयु तक के कुपोषित एवं एनीमिया से पीड़ित बच्चें एवं 15-49 आयुवर्ग की एनीमिया से पीड़ित महिलाओं को भोजन दिया जा रहा है।