पिथौरा| बार अभ्यारण्य में अफसरों की तानाशाही से परेशान गाइड एवम जिप्सी संघ द्वारा अनिश्चित कालीन हड़ताल प्रारम्भ कर दी है. दोनों संघ विभाग से पूर्व की तरह व्यवस्था बहाल करने की मांग कर रहे है. ज्ञात हो कि इस वर्ष सफारी करने वालो को बार प्रवेश की अनुमति नहीं है. उनके लिए अभ्यारण्य के मुहाने से ही जिप्सी और गाइड लेना होगा. जिससे जिप्सी मालिक और गाइड दोनों परेशान हैं.
जिप्सी गाइड संघ के अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण ठाकुर ने बताया कि अभी बार अभ्यारण्य में सफारी के लिए पर्यटकों को बार के पर्यटक ग्राम नही जाने दिया जा रहा है. सफारी में जाने वाले पर्यटकों को अभ्यारण्य के मुहाने के ग्राम रवान पकरीद एवम बरबसपुर में रोक कर वही से जिप्सी एवम गाइड ले जाने मजबूर किया जा रहा है.
इस हिटलरी कदम से बार अभ्यारण्य की रौनक समाप्ति की कगार पर है क्योंकि सफारी में जाने वाले पर्यटकों को जंगल के अंदर ले जाकर घुमाने की बजाय अभ्यरण्य की परिक्रमा कराई जा रही है. वर्तमान में अधिकांश पर्यटक ऐसे आ रहे है जो कि अनेक बार सफारी का आनंद ले चुके है वे वर्तमान व्यवस्था से सन्तुष्ठ नही है. लिहाजा भविष्य में बार अभ्यारण्य में पर्यटकों का टोटा पड़ने से वन ग्रामो के युवाओं का रोजगार जिप्सी संचालन एवम गाइड कार्य खतरे में पड़ सकता है.
गाइड और जिप्सी दोनों को ही रहा नुकसान
उक्त मामले में जिप्सी एवम गाइड संघ के पदाधिकारी परेशान है.अपनी व्यथा सुनाते हुए उन्होंने बताया कि उन्हें सुबह से अपना घर छोड़ कर अभ्यारण्य के मुहाने में पहुचना होता है. वर्तमान व्यवस्था में वे एक से अधिक बार पर्यटकों को लाना लेजाना नही कर सकते जबकि उन्हें घर से अभ्यारण्य के मुहाने तक पहुचने में 100 रुपये खर्च आता है. जिससे उन्हें प्रतिदिन 100 रुपये का नुकसान हो रहा है.
जंगल से बाहर — समझ से परे
पर्यटकों से ही रोजी रोजगार चलाने वाले गाइड एवम जिप्सी संचालको ने बताया कि पूर्व में भी पर्यटक उक्त तीनों जांच चौकी से टैक्स आदि देकर ही पर्यटक ग्राम पहुचते थे. यहां बार मे छोटे छोटे दुकानदार एवम होटल संचालको का रोजगार भी इन्ही पर्यटकों से चलता था. परन्तु अब पर्यटक ग्राम बार नही आ पाते जिससे इन छोटे दुकानदार एवम छोटे छोटे होटल संचालक अपनी जीविका के लिए संघसे करते दिख रहे है.
बगैर सूचना एवम जानकारी दिए हड़ताल अवैध — अधीक्षक
दूसरी ओर बार अभ्यारण्य के अधीक्षक आनन्द कुदरिया ने इस प्रतिनिधि को बताया कि जिप्सी एवम गाइड संघ की हड़ताल की उन्हें कोई जानकारी नही है. किसी ने भी न अपनी मांग बताई न कोई हड़ताल की जानकारी दी है.संघ को पहले विभाग को जानकारी दी जानी थी.उनकी मांग न मानी जाती तभी कोई कदम उठाया जाना था.
deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा