बलौदाबाजार | छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में देवरानी ने जेठानी के नवजात शिशु को कुँए में फेंक कर मार डाला था | जेठानी को दूसरी बार भी बेटा होने से उसे लगा था कि उसकी घर में पूछ परख और इज्जत कम हो जाएगी | पुलिस ने आरोपी देवरानी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है |
कसडोल पुलिस पुलिस के मुताबिक ग्राम पिकरी में 3 अक्टूबर को घर में सोये अपने नवजात शिशु के लापता होने की रिपोर्ट पिता जयप्रकाश केवट ने 4 अक्टूबर को दर्ज कराई थी |
मौके पर पहुंची पुलिस को जांच के दौरान प्रार्थी के कुएं में ही उक्त नवजात की लाश मिली। पुलिस गांव में ही कैम्प लगाकर आरोपी के तलाश में जुट गई थी |
पूछताछ में पता चला कि 4 माह पहले जयप्रकाश केवट के डेढ़ साल के बेटे को इसी कुँए से बेहोशी की हालत में निकाला गया था | लम्बे इलाज के बाद उसकी जन बचाई गई थी | ग्रामीणों के मुताबिक इस मामले में जयप्रकाश केवट की पत्नी राधाबाई की देवरानी संजना बाई निषाद का नाम सामने आया था। जिसे घर का मामला मानकर दबा दिया गया था।
जयप्रकाश केवट की पत्नी राधाबाई 30 सितम्बर को दूसरी बार माँ बनी और एक बेटे को जन्म दिया था | 5 दिन के इसी शिशु की लाश इसी कुँए से बरामद की गई थी |
संजना ने पुलिस को बताया कि उसकी और राधाबाई की एक साथ दो साल पहले शादी हुई थी | पिछले साल दोनों माँ बनी, उसने लड़की को जन्म दिया तो जेठानी राधाबाई ने लड़के को ।
उसे लगता था कि बेटे के कारण घर वाले जेठानी को ज्यादा चाहते हैं | लिहाजा जेठानी के दूसरा बेटा पैदा होने उसे और ज्यादा प्यार मिलेगा यह सोचकर नवजात को कुँए में फेंक दिया|