रायपुर| 92 साल की उम्र में कोरोना को मात देकर घर लौटी कांग्रेस की पोस्टर लेडी बल्दी बाई का आज सुबह हार्ट अटैक से निधन हो गया|
बल्दी बाई मेकाहारा में 10 दिनों के इलाज के बाद अपने गृहग्राम गरियाबंद के कुल्हाड़ीघाट लौटी थीं। 80 के दशक में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को कंदमूल खिलाने के बाद वह चर्चा में आई थीं।
मैनपुर विकासखंड के ग्राम कुल्हाड़ीघाट की रहने वाली बल्दी बाई की तबीयत बिगड़ने पर 25 अप्रैल को उनका एंटीजन टेस्ट किया गया था। इसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उनमें सामान्य सर्दी-बुखार के लक्षण थे। जानकारी मिलने पर प्रशासन ने उन्हें रायपुर स्थित अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया था।
गरियाबंद सीएमएचओ डॉ. एन आर नवरत्न ने बताया कि मेकाहारा रायपुर में उनका कोविड-19 उपचार चल रहा था। रिपोर्ट नेगेटिव होने के बाद उन्हें बुधवार को डिस्चार्ज कर दिया गया। गरियाबंद जिला चिकित्सालय में भी उनका प्राथमिक चेकअप किया गया था। घर पहुंचने पर भी टीम ने उनकी जांच की थी। उनकी स्थिति सामान्य थी। सुबह करीब 8 बजे उनकी तबीयत खराब हुई और कार्डियक अरेस्ट के कारण उनकी मौत हो गई।
बता दें कि बल्दीबाई वहीं कमार महिला है जिन्होंने 80 के दशक में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी और उनकी पत्नी सोनिया गांधी को सन् 1985 में कुल्हाड़ीघाट प्रवास के दौरान अपनी झोपड़ी में बिठाकर कंदमूल खिलाये थे, तब से बल्दीबाई कांग्रेस की पोस्टर लेडी के रूप में जानी जाती है|
सीएम बघेल ने इसकी जानकारी मिलते ही बल्दी की समुचित इलाज के निर्देश दिये थे| बल्दी को रायपुर मेकाहारा में लाकर भर्ती कराया गया था|
वहीँ बल्दी बाई की नाती बहू और बच्चे की हाल ही में दौरान रायपुर जिले के अभनपुर में एक निजी अस्पताल में मौत हो गई। परिजनों का कहना था कि कर्ज करके अस्पताल का बिल चुकाना पड़ा।