पिथौरा| पिथौरा के समीप ग्राम ठाकुर दिया खुर्द में एक भालू रोज ग्रामीणों के रसोई को निशान बना रहा है. घर की रसोई में घुस कर तेल घी आदि पीने के बाद पका पकाया खाना भी खा कर आराम से टहलते हुए जंगल की ओर चला जाता है. उक्त भालू का व्यवहार पालतू सा दिखाई देता है.
जंगली जानवरों के रहवास में इंसानी दखल ने जानवरों को इंसानी बस्तियों में घुसने को मजबूर कर दिया है. जंगल में दाना पानी से वंचित ये जानवर अब लोगों के घरों में उनका राशन पानी चट करने लगे हैं.
पिथौरा नगर से कोई 6 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम ठाकुरदीया खुर्द के समीप स्थित पहाड़ी के एक भालू ने ग्राम ठाकुर दिया खुर्द के ग्रामीणों को परेशान कर रखा है. ग्रामीण बताते है कि ठाकुर दिया खुर्द सहित आश्रित ग्राम टाडा पारा एवम खपराखोल के ग्रामीणों के बीच यह भालू खासा चर्चा में है.
ग्राम के प्यारीलाल नायक एवम श्याम कुमार साहू ने उक्त सम्बन्ध में बताया कि एक भालू शाम दिन ढलते ही ग्राम में प्रवेश कर जाता है और बकायदा मुख्य द्वार से ही घर मे प्रवेश कर सीधे रसोईघर में प्रवेश करता है और रसोई से पका पकाया खाना,आलू, प्याज, दाल आराम से खा जाता है. इसके बाद रसोई की तलाशी ले कर तेल ढूंढ कर तेल भी पी जाता है.
पालतू की तरह व्यवहार
एक पालतू वन्य प्राणी भी किसी अनजान व्यक्ति को देखकर हमला करता है परन्तु उक्त भालू किसी भी ग्रामीण पर हमला नही करता बल्कि खा पीकर आराम से वापस पहाड़ी की ओर चला जाता है. यदि कोई ग्रामीण उसे भगाने के लिए एक लाठी दिखाए तब भी भालू लाठी से डरने की बजाए आराम से पहाड़ी की ओर जाने लगता है.
ज्ञात हो कि ग्राम ठाकुर दिया खुर्द, खपराखोल एवम टाडा पारा के गोपाल नायक,श्यामलाल नायक, अमृत मांझी एवम बैध गोंड के यहां रसोई में रखा पका खाना, तेल घी प्याज और चावल खा कर जा चुका है. भालू के इस तरह के आतंक से ग्रामीण अब अपनी रसोई में ताला लगाने लगे हैं, परन्तु भालू भी ग्रामीणों के घर की तलाशी लेने में माहिर हो गया है.
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ठाकुर दिया पहाड़ी के भालू हिंसक
वन विभाग के सेवानिवृत्त डिप्टी रेंजर आर एस ठाकुर से इस सम्बंध में चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि ठाकुर दिया अरण्ड क्षेत्र के पास स्थित पहाड़ी में रहने वाले भालू हिंसक है. यहां लंबे समय से भालुओं के हमले की घटनाएं होती रही है. परन्तु इस घटना से लगता है कि रसोई में घुसने वाला भालू पालतू भी हो सकता है. या भालू भी अब समझ चुके है कि मानव उनको नुकसान नहीं पहुंचाते इसलिए ये बेख़ौफ़ ग्रामीणों के सामने घरों में घुस कर राशन खा कर वापस पहाड़ी में भी चला जाता है.
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पिंजरा लगाया गया है– तांडे
इधर प्रभारी वन परिक्षेत्र अधिकारी प्रत्यूष कुमार तांडे ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर भालू को पकड़ने माह भर से ग्राम में पिंजरा लगाया गया है. परन्तु पिंजरे की ओर भालू कभी नही आता. वैसे नुकसान की खबरें ही आई हैं. जनहानि की कोई खबर नही मिली है. लिहाजा ग्रामीणों को भालू द्वारा पहुचाये गए नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा.
deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा