महासमुंद | महासमुंद जिला जेल से गुरूवार को 5 कैदी दीवार फांदकर फरार हो गए।इनमे चार को 2019 एवम एक को 2020 में जेल दाखिल किया गया था।इनमे एक कैदी गाजियाबाद का एवम शेष जिले के ही बताए जा रहे है। कैदियों के पीछे की दीवार फांद कर भागने की घटना की जानकारी मिलते ही हड़कम्प की स्थिति है।बहरहाल पुलिस फरार कैदियों की तलाश में जुट गई है।।
मिली जानकारी के अनुसार फरार हुए 5 बंदियों में एक 363, 366, 376, एक 20(ख) एनडीपीएस एक्ट और तीन 397, 341, 25, 27 के तहत दर्ज मामलों में बंदी थे। इनमें से चार को 2019 में और एक को 2020 में जेल लाया गया था. कैदियों के फरार होने की सूचना पर पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. इधर, पुलिस ने फरार कैदियों की खोजबीन भी शुरू कर दी है।.
इधर जेलर आर पी सिंह ने मीडिया को बताया कि वे लंच पर गये हुवे थे उसी समय उन्हे सूचना मिली की 5 बंदी घनश्याम उम्र 32 वर्ष निवासी अरण्ड पिथौरा , डमरुधर उम्र 24 वर्ष निवासी साकंरा ,राहुल उम्र 22 वर्ष निवासी गाजीपुर ,जो 18-7-2019 को धारा 397,341,25,27 के तहत जेल लाये गये थे ।
दौलत उम्र 23 वर्ष निवासी कोसरंगी धारा 363,366,376 के तहत 5-8-20 को जेल लाया गया था एवं करन उम्र 21 वर्ष निवासी बसना धारा 20(ख)एनडीपीएस एक्ट के तहत 2-6-2019 को जेल लाया गया था , ये पांचो गमछा , साल बांधकर जेल की पिछली दीवार फांदकर फरार हो गये है ।
सूचना पर जेलर जाकर देखे तो वे भाग रहे थे ,पर जेल प्रशासन पकडने मे नाकाम रहा । आपको बता दे कि पांचो बंदी अलग-अलग बैरक मे बंद थे और किसी बहाने बैरक से बाहर आया करते थे ।
घटना के बाद जेल की सुरक्षा को लेकर तमाम सवाल उठ रहे है कि दिनदहाडे पांच बंदी जेल से फरार हो जाते है और जेल प्रशासन मूक दर्शक बना रहता है । बहरहाल महासमुंद जिले का जेल अपने गतिविधियों से आये दिन सुर्खियों मे रहता है ।
इस पूरे मामले मे जेलर जहाँ जेलर प्रशासन की गलती स्वीकार कर रहे है| वही ए एस पी नाकेबंदी कर फरार बंदियो की पतासाजी करने की बात कह रही है ।
गौरतलब है कि जहाँ से बंदी फरार हुवे है वहा जेल प्रहरी की तैनाती थी साथ ही पूरा जेल सीसीटीवी कैमरे के निगरानी मे है उसके बावजूद बंदियो का फरार हो जाना जेल प्रशासन के सुरक्षा इंतजामो की पोल खोलकर रख दी है।