रायपुर| छत्तीसगढ़ पुलिस में आरक्षक भर्ती के नतीजे सोमवार को जारी कर दिए गए जिसमें पहली बार किन्नर समुदाय के 15 का चयन किया गया है|
छत्तीसगढ़ पुलिस 2259 पदों पर पूरे राज्य से उम्मीदवारों का चयन हुआ है। पहली बार छत्तीसगढ़ पुलिस में किन्नर समुदाय से ताल्लुक रखने वालों को भी भर्ती में शामिल होने का मौका मिला था।
राज्य के 15 ऐसे लोगों को चुना गया है जो अब किन्नर के तौर पर जिंदगी बिता रहे थे। अब ये पहली बार छत्तीसगढ़ पुलिस की वर्दी पहन कर लोगों की सुरक्षा करते नजर आएंगे।
आरक्षकों की भर्ती के लिए 30 सितंबर 2018 को लिखित परीक्षा का आयोजन हुआ था । इसके बाद 28 जनवरी से 15 फरवरी तक शारीरिक दक्षता के पैमाने पर उम्मीदवारों को परखा गया। इसमें करीब 48 हजार 278 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था। सोमवार को इसी परीक्षा के रिजल्ट जारी कर दिए गए । रायपुर रेंज में 315 पुरुष 71 महिला 9 तृतीय लिंग समुदाय के लोग जिसमें से एक उम्मीदवार धमतरी जिले से है। रायपुर रेंज में कुल 395 लोगों का सिलेक्शन हुआ है । 1 सहायक आरक्षक और 27 होमगार्ड भी शामिल हैं। आरक्षक ट्रेड में 46 चालक ,19 अन्य ट्रेड आरक्षकों की सूची जारी की गई है। कुक के पद पर 1 महिला भी चयनित हुई है।
वरिष्ठ पत्रकार आवेश तिवारी फेसबुक पर पोस्ट करते लिखते हैं –
यह पोस्ट लिखते समय मेरी आँखें भरी हुई हैं मैं इसकी वजह नही जानता। छ्त्तीसगढ़ पुलिस में पहली बार 15 किन्नर भी वर्दी में नजर आएंगे। यह एक क्रांतिकारी कदम है। इन 15 किन्नरों ने ट्रेनिंग पूरी कर ली है। अब यह आम जनता की सुरक्षा करेंगे।यह एक नई शुरुआत है।
मुझे किन्नरों के तमाम किस्से याद है ज्यादातर समाज के क्रूर रवैये से भरे हुए हैं। सच्चाई यह है कि इन्होंने आज देश की लोक संस्कृति को संरक्षित कर रखा है। मैं बनारस से हूँ आज जब पुराने लोकगीत कजरी सुननी हो तो किन्नरों का ध्यान आता है। छ्त्तीसगढ़ में मेरे मित्रों ने अपने रेस्टुरेंट नुक्कड़ में किन्नरों को ही वेटर बनाया है जो बेहद कुशलता के साथ अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं।
मुझे याद है कि कैसे सोनभद्र में एक किन्नर आदिवासी लड़कियों की आबरू बचाने के लिए किन्नरों से लड़ गया था उसी किन्नर ने आदिवासियों के भूमि अधिकारों के लिए जमकर लड़ाई लड़ी।
शानदार छ्त्तीसगढ़ पुलिस, शानदार छ्त्तीसगढ़ सरकार
सीएम भूपेष बघेल ने ट्विट कर बधाई दी है