रायपुर|पीएम आवास योजना में शिकायत मिली तो सीधे कलेक्टर के ऊपर कार्रवाई होगी, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी स्थित रायपुर के इंडोर स्टेडियम में आयोजित मोर आवास-मोर अधिकार कार्यक्रम में कहीं. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इस कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए. उन्होंने आवास निर्माण के लिए चयनित हितग्राहियों को प्रथम किश्त की राशि अंतरित करते हुए हितग्राहियों को बधाई और शुभकामनाएं दी.
प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने जन्म दिन पर छत्तीसगढ़ राज्य के 5 लाख 11 हजार से अधिक आवासहीन परिवारों को स्वयं का पक्का मकान बनाने के लिए पहली किश्त 2044 करोड़ रूपए की राशि सीधे उनके बैंक खातों में ऑनलाईन ट्रान्सफर की.
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान आम आदमी की सबसे बुनियादी आवश्यकताएं हैं, लेकिन आज़ादी के कई दशक बाद भी देश के करोड़ों नागरिकों के पास स्वयं का मकान नहीं हैं. आवासहीन परिवारों के मकान के सपने को प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से पूरा किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के क्रियान्वयन को लेकर हमारी सरकार पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है। इसमें किसी भी तरह की कोताही और गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. पीएम आवास योजना में एक रुपए की भी गड़बड़ी की शिकायत मिली तो सीधे कलेक्टर के ऊपर कार्रवाई होगी.
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ के इतिहास को लिखने का दिन है. छत्तीसगढ़ के आवासहीन लोगों के जीवन में एक नई रोशनी मिलेगी। हमने जो वादा किया था, उसे आज पूरा किया है. यह सामाजिक न्याय और समरसता की दिशा में एक बड़ा कदम है.
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की एक और गारंटी पूरी होने जा रही है. सरकार बनते ही हर महीने 25 हजार नए आवास बनकर तैयार हो रहे हैं. एक लाख 96 हजार आवास बनकर तैयार हो गए हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत 24 हजार आवास भी बनाए जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने प्रधानमंत्री आवास योजना पर आधारित तकनीकी मार्गदर्शिका का विमोचन और गृह पोर्टल का भी शुभारंभ किया.
इस अवसर पर खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगन, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, महासमुंद सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, श्री मोती लाल साहू, पद्मश्री अनुज शर्मा, श्री इन्द्रकुमार साहू और श्री गुरू खुशवंत साहेब उपस्थित थे.