deshdigital
छत्तीसगढ़ के दुर्ग संभाग के राजनांदगांव की एक महिला का दावा है कि कोरोना वैक्सीन लगाने के बाद उसका हाथ चुम्बक की तरह हो गया है| बांये हाथ में सिक्के, चम्मच के साथ लौह धातु चिपक रहे हैं। उधर प्रशासन ने इसे ख़ारिज किया है कि कोरोना वैक्सीन की वजह से चुम्बकीय तंत्र बना है|
सुनीता फडऩवीस नामक यह महिला कांग्रेस पार्षद है| अब परिवार उसकी सेहत को लेकर फिक्रमंद हो गया है|
महिला पार्षद सुनीता फडऩवीस के मुताबिक कोविशील्ड वैक्सीन का दूसरा डोज लगाने के बाद से बांये हाथ की मध्य ऊंगली में हरकत नहीं हो रही थी। इसका उपचार कराने के बीच जब लौह धातु अपने हाथ में लगाया तो सभी चिपकने लगे। श्रीमती फडऩवीस ने बताया कि 2 मई को कोविशील्ड का दूसरा डोज लगाया था। डोज लगाने के बाद से ही शरीर में कई तरह के बदलाव होने लगे।
महिला के मुताबिक शरीर में मैगनेटिक सिस्टम बनने का अहसास पिछले कुछ दिनों से हो रहा था।
इस घटना पर महिला पार्षद के पति व कांग्रेस नेता अशोक फडऩवीस का कहाँ है कि यह शोध का विषय है। केंद्र सरकार को रिसर्च कर देश की जनता को वस्तुस्थिति से अवगत कराया जाना चाहिए।
वहीँ जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बीएल कुमरे ने भी कहा कि कोरोना टीकाकरण की वजह से ऐसा नहीं हो सकता। हालाकि वे भी मानते हैं कि इसका रिसर्च किया जाना चाहिए।
राजनांदगांव कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने इस घटना की पड़ताल के लिए मेडिकल विशेषज्ञों की एक टीम भेजी। जांच में स्पष्ट रूप से यह पाया गया है कि वैक्सीन की वजह से चुम्बकीय तंत्र नहीं बना है।
कोरोना वेक्सिन को लेकर कई तरह की ख़बरें सामने आ रहीं हैं| इससे पहले महाराष्ट्र के नासिक में इसी तरह का मामला सामने आया था । नासिक के शिवाजी चौक इलाके में रहने वाले 71 वर्षीय अरविंद जगन्नाथ सोनार ने 2 जून को कोवीशील्ड की दोनों डोज पूरी की थी। इसके बाद बुजुर्ग का शरीर चुंबक की तरह काम कर रहा है। परिवार वालों का दावा है कि कोरोना वैक्सीन लेने के बाद से यह हो रहा है।