बिलासपुर| छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित कानन पेंडारी चिड़ियाघर में बीमार बाघिन की मौत हो गई है। उसे अचानकमार बाघ अभयारण्य से गंभीर अवस्था में कानन पेंडारी लाया गया था।
कानन पेंडारी चिड़ियाघर के अधिकारियों ने बताया कि कानन पेंडारी चिड़ियाघर में बुधवार को इलाज के दौरान बीमार बाघिन की मौत हो गई। बीमार बाघिन को अचानकमार बाघ अभयारण्य के वन परिक्षेत्र छपरवा से गंभीर अवस्था में कानन पेंडारी लाया गया था।
बाघिन की उम्र लगभग 13 वर्ष थी। उम्रदराज होने के कारण बाघिन के कई महत्वपूर्ण अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।
बता दें बाघ की अधिकतम उम्र 16 से 18 बरस होती है |
वन अधिकारियों और चिकित्सकों की उपस्थिति में बाघिन का पोस्टमार्टम कर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
बाघिन को आठ जून 2021 को अचानकमार अभयारण्य के वन परिक्षेत्र छपरवा के सांभर धसान सर्किल से घायल अवस्था में कानन पेंडारी लाया गया था।
बाघिन का इलाज जंगल सफारी नवा रायपुर के वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी डॉक्टर राकेश वर्मा के नेतृत्व में किया गया था।