सुकमा| तेलंगाना में कोरोना से मृत नक्सली कमांडर कोरसा गंगा उर्फ़ आयतु का शव आज सुकमा पुलिस उसके गाँव लाई| और कोविड के नियम से अंतिम संस्कार करवाया।
कोरोना संक्रमित नक्सली कमांडर को साथियों ने एक अस्पताल में भर्ती कराया था|
आयतु को तेलंगाना के एक अस्पताल में भर्ती करा लौट रहे उसके तीन अन्य नक्सली साथी भी गिरफ़्तार किये गए हैं। इनमे से एक नक्सली कोरोना संक्रमित पाया गया।
बता दें बस्तर की सरहद से आँध्रप्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र से लगी हुई है| हाल ही में बस्तर में एक नक्सली जोड़ा कोरोना संक्रमित पाया गया था जिसका इलाज चल रहा है|
बस्तर के बीजापुर में पुलिस को नक्सल शिविर से बरामद एक पत्र में कई नक्सलियों के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी सामने आई थी|
हालाकि नक्सलियों ने इसे ख़ारिज करते प्रेस नोट जारी किया| नक्सलियों के दक्षिण सबजोनल ब्यूरो ने मलेरिया,टायफाइड से दो महिला माओवादी की मौत स्वीकार करते हुए पुलिस पर झूठा प्रचार करने का लगाया आरोप लगाया है|
सोशल मिडिया ट्वीटर पर यह जानकारी और विडिओ साझा करते हुए @ranutiwari_17 लिखते हैं-माओवादियों को सीख लेना चाहिए इस मामले से।यह नक्सली आयतु का शव है,जिसकी मौत क़ोरोना से तेलंगाना में हुई।आज सुकमा पुलिस ने आयतु का शव उसके गृहग्राम लाई और कोविड के नियम से अंतिम संस्कार करवाया।माओवादी जवानो के शव से कई बार दुर्व्यवहार करते हैं|
पुलिस द्वारा किये गए इस कार्य की सराहना होनी चाहिए और माओवादियों को हकीकत में सीख लेना चाहिए।बीते दिनों बीजापुर मुठभेड़ के बाद भी मैंने देखा था किस तरह जवानों के शव से छेड़छाड़ की गई थी। शव का सम्मान सभी को किया जाना चाहिए|