जगदलपुर| छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के सुकमा जिले में सीआरपीएफ कैम्प में हुए नक्सली हमले में 3 जवान शहीद हो गये जबकि 14 जवान घायल हो गये. गंभीर जवानों को इलाज के लिए रायपुर लाया गया है.
मिली जानकारी के मुताबिक 30 जनवरी की सुबह सीआरपीएफ, कोबरा और एसटीएफ की टीम ने नक्सली नेता हिडमा के मांद में दस्तक दी थी. सुरक्षाबल बीजापुर-सुकमा के सरहदी इलाके टेकलगुड़म में कैंप स्थापित करना चाह रहे थे. उनके दस्तक होते ही घात लगाये नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी. जिस जगह मुठभेड़ हुई वो वहां करीबन ढाई साल पहले हुए हमले में 22 जवान शहीद हुए थे.
शहीदों में से दो आरक्षक 201 कोबरा बटालियन के और एक 150वीं बटालियन का है. 15 अन्य जवान घायल हैं, इनमें से चार की हालत गंभीर है. चारों को एयरलिफ्ट कर रायपुर लाया गया है. बाकी जवानों को मेकाज पहुंचाया गया है. पुलिस के मुताबिक जवाबी कार्रवाई में 6 नक्सलियों को मार गिराया गया.
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने 3 जवानों की शहादत को नमन किया है. मुख्यमंत्री ने शहीद जवानों के परिवारजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
मुख्यमंत्री श्री साय घायल जवानों से मिलने और उनका हाल जानने के लिए रायपुर के नारायणा और बालाजी अस्पताल पहुंचे. मुख्यमंत्री ने इन दोनों अस्पतालों में इलाजरत जवानों से मुलाकात की. उनका कुशलक्षेम जाना और चिकित्सकों को घायल जवानों का बेहतर से बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए. इस दौरान उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री श्री विजय शर्मा, वनमंत्री श्री केदार कश्यप, डीजीपी श्री अशोक जुनेजा, मुख्यमंत्री के सचिव द्वय श्री पी. दयानंद एवं श्री बसवराजू उनके साथ थे.
मुख्यमंत्री ने बालाजी अस्पताल में घायल जवानों से मुलाकात के बाद कहा कि राज्य में नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई और तेज होगी. छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अब अपने खात्मे की ओर है. लड़ाई हम जीतेंगे. हम आने वाले समय में नक्सलवाद को खत्म करके रहेंगे. उन्होंने कहा कि आम जनता तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने के लिए शासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने सुदूर वनांचल में नये कैंप स्थापित किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा है कि नक्सली जिन इलाकों को अब तक अपना समझ रहे थे, उन इलाकों में माओवादी आतंकवाद के विरूद्ध सुरक्षाबलों की दखल और बढ़ते प्रभाव से नक्सली बौखला गए हैं और कायराना हरकत कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हर स्थिति में अपने जवानों के साथ मजबूती से खड़े हैं.