बस्तर| बस्तर संभाग के नारायणपुर उपजेल में 2 कर्मचारी सहित अभी तक 54 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए है। इनमे 52 विचाराधीन कैदी शामिल है। इन कैदियों को उपजेल के अंदर अलग बैरक में रखकर इलाज किया जा रहा है। इतनी बड़ी संख्या में संक्रमण की सुचना के बाद आज कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू, पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग सहित अन्य अधिकारियों ने उपजेल का निरीक्षण किया। बैरक में रह रहे कैदियों से बातचीत की और उनसे जेल की व्यवस्थाआंे, भोजन, शौचालय एवं दी जा रही दवाईयों के बारे में जानकारी ली।
जानकारी के अनुसार जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार काम होने नाम नही ले रही है। कोरोना की दूसरी लहर के शुरुआती शहरी क्षेत्र से सबसे ज्यादा मरीज सामने आने के बाद ग्रामीण अंचल में भी अपने पैर पसारना शुरू कर दिए है। ग्रामीण अंचल में हुए विवाह समारोह के कार्यक्रम से कोरोना संक्रमण ने विकराल रूप ले लिया। इससे अब ग्रामीण अंचल से कोरोना संक्रमण के ज्यादा केस सामने आ रहे है।
वही कोरोना संक्रमण अब जेल के अंदर तक दाखिल हो गया है। इससे जिले में सजा काट रहे विचाराधीन कैदी इसकी चपेट में गए है। इससे 12 मई को नारायणपुर उपजेल में एंटीजेन से 42 सैम्पल लिए गए थे। वही ट्रू नॉट से 37 सैम्पल की जांच की गई थी। इससे 12 मई को 9 पॉजिटिव केस सामने आए थे। वही 13 मई को एंटीजेन 96 और ट्रू नॉट 95 सैम्पल लिए गए थे। इसमे 3 कोरोना संक्रमित सामने आए थे। वही 14 मई को ट्रू नॉट सैम्पल जांच में 4 ओर 15 मई को 20 पॉजीटिव केस सामने आए थे। वही रविवार 16 मई को ट्रू नॉट सैम्पल जांच में 18 पॉजिटिव केस सामने आए है।
इस तरह नारायणपुर उपजेल में 5 दिन में 54 पॉजिटिव केस सामने आए है। इनमे 2 उपजेल के कर्मचारी और 52 विचाराधीन कैदी शामिल है। इससे कोरोना संक्रमित कैदियों को अलग बैरक में रखकर स्वास्थ्य विभाग के देखरेख उनका इलाज किया जा रहा है।
क्षमता से 3 गुना ज्यादा कैदी
नारायणपुर उपजेल में विचाराधीन कैदी को रखने की क्षमता 50 है। लेकिन नारायणपुर उपजेल में वर्तमान समय मे क़रीब 146 कैदियों को रखा गया हैं। इससे कोरोना संक्रमण काल मे क्षमता से 3 गुना ज्यादा कैदी सजा काट रहे है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है। नारायणपुर उपजेल की क्या स्थिति होगी|