बस्तर| शहीद श्रवण कश्यप की पत्नी ने नक्सलियों से बंधक जवान को छोड़ने की अपील की है| शहीद की पत्नी ने मार्मिक अपील करते हुए कहा कि जो दर्द उन्हें झेलना पड़ रहा है,वो किसी और महिला को न झेलना पड़े| अपने को खोने का दर्द वहीं समझ सकता है, जिसने अपनों को खोया है|
बता दें 3 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुये पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हुए| कोबरा बटालियन का एक जवान राजेश्वर अब नक्सलियों के कब्जे में है, ऐसा नक्सलियों ने दावा किया है| उसकी तस्वीर भी जारी की है|
बीजापुर मुठभेड़ में शहीद हुए एसटीएफ जवान श्रवण कश्यप की पत्नी ने नक्सलियों से अगवा जवान को छोड़ने की अपील की है|
शहीद श्रवण की पत्नी ने मार्मिक अपील करते हुए कहा कि जो दर्द उन्हें झेलना पड़ रहा है,वो किसी और महिला को न झेलना पड़े इसलिए नक्सलियों को अगवा जवान को सुरक्षित छोड़ देना चाहिए
शहीद श्रवण के परिवार के साथ पूरे बनियागांव में शोक का माहौल है| गांव वालों ने बताया कि श्रवण कश्यप मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे| गांव की समस्या को भी लेकर उन्होंने कई बार आवाज उठाई| उनके मौत से पूरा गांव गम में डूबा हुआ है|
शहीद श्रवण बस्तर जिले के बकावंड ब्लॉक के बनिया गांव के रहने वाले थे| एसटीएफ के जवान श्रवण कश्यप अपने पीछे परिवार में 8 सदस्य को छोड़ गए हैं| इसमें उनका 5 साल का बेटा, उनकी पत्नी, उनकी मां ,बड़े भाई, नानी और भाभी के अलावा दो भतीजे और अपनी बड़ी बहन की भी जिम्मेदारी उन्हीं के कंधे पर थी| परिवार के सदस्यों का कहना है कि श्रवण के चले जाने से अब उनके ऊपर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा है और भविष्य की भी चिंता सताने लगी है|
बता दें नक्सली घटना के बाद लोगों में नक्सलियों के प्रति गुस्सा लगातार देखने को मिल रहा है|
जहाँ समाजसेवी आप नेत्री सोनी सोरी ने कहा है कि वह नक्सलियों की मांद में जाकर जवान को छोड़ने बिनती करेंगीं| वहीँ बस्तर के युवाओं से जवान को रिहा करने हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है|
संभाग मुख्यालय जगदलपुर के बस्तरिया बैक बेंचर्स संस्था के युवाओं ने अपहृत जवान को रिहा करने के लिये हस्ताक्षर अभियान चला रहें है|
अभियान में एक हजार से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर कर नक्सलियों से जवान को बिना नुकसान पहुंचाए नःशर्त रिहा करने की मांग की है|
बस्तर बैक बेंचर्स के सदस्य सन्नी शेख,विक्की गुप्ता और परमेश्वर का कहना है कि जवान के सही सलामत घर लौटने की दुआ पूरा देश कर रहा है| इससे बस्तर की जनता भी अछूते नहीं हैं|
युवाओं का कहना है कि हस्ताक्षर अभियान चलाकर केवल नक्सलियों तक उनकी यह अपील पहुंचाने की कोशिश की जा रही हैं ताकि नक्सलियों का मन बदले और उनका मान सम्मान बरकार रहे|
उधर मनहास के परिजनों ने सोशल मिडिया के जरिये नक्सलियों से राजेश्वर को कोई नुकसान नहीं पहुचाने की अपील की है|
नक्सलियों ने बंधक बना कर रखे कोबरा बटालियन के जवान राजेश्वर सिंह मनहास की तस्वीर जारी कर उसके सुरक्षित होने की जानकारी दी है| मनहार उनके पास हैं और सुरक्षित हैं। नक्सलियों ने कहा है कि सरकार बातचीत के लिए मध्यस्थों के नाम की घोषणा करे, इसके बाद वे जवान को सौंप देंगे।