जगदलपुर| शनिवार को बीजापुर जिले के तर्रेम इलाके में हुई नक्सल मुठभेड़ में शहीद सबसे ज्यादा 7 जवान बीजापुर जिले के हैं इनमें 6 DRG तो एक बस्तर बटालियन और एक STF का है| CRPF कोबरा के 2 जवान असम, 2 जवान उत्तर प्रदेश , 2 जवान आन्ध्रप्रदेश, 1 त्रिपुरा का है| जम्मू- कश्मीर निवासी कोबरा का एक जवान लापता है| घायल जवानों में भी सबसे ज्यादा बीजापुर जिले के है|
छत्तीसगढ़ के बस्तर ,सरगुजा , कोंडागांव, राजनादगांव, और गरियाबंद जिले के निवासी STF के एक-एक जवान शहीद हुए हैं| इस तरह कुल 22 जवानों की शहादत हुई है|
वारदात के बाद शहीद जवानों के 7 AK-47 राइफल, 3 इंसास और 2 एलएमजी ले गये हैं वही मरी गई महिला नक्सली के पास से एल.एम.जी बरामद किया गया है|
मुठभेड़ में 12 नक्सलियों के मारे जाने और 16 से अधिक के घायल होने का दावा पुलिस ने किया है|
बस्तर आईजी सुंदरराज पी इस हमले में 22 जवानों के शहीद होने की पुष्टि की है जबकि CRPF का एक जवान अब भी लापता है जिसे ढूंढने लगातार सर्च ऑपरेशन जारी है| यह जवान जम्मू कश्मीर का निवासी है|
बता दें नक्सलियों ने सर्चिंग पर निकले जवानों पर उस वक्त घेरकर हमला किया जब जवान वापस ऑपरेशन पूरा कर लौट रहे थे|
यह ऑपरेशन नक्सली कमांडर हिड़मा की तलाश के लिए 2 अप्रैल से लॉन्च की गई थी|
मगर सफलता नहीं मिली वापसी के दौरान टेकलगुडा और जोनागुडा गांव के नजदीक नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी जवानों ने भी नक्सलियों का मुंहतोड़ जवाब दिया लेकिन इस मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए जबकि 31 जवान घायल हैं जिनका इलाज बीजापुर स्वास्थ्य केंद्र और रायपुर के अस्पताल में जारी है|
मुठभेड़ के दूसरे दिन शहीद जवानों के शव मौके से उठाए गए और उन्हें जगदलपुर मेडिकल कॉलेज हेलीकॉप्टर से लाया गया| शव परीक्षण उपरांत कल 5 अप्रैल को पुलिस लाइन जगदलपुर में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी जाएगी|
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि इस हमले में 22 जवान शहीद हो गए हैं जबकि एक जवान अभी भी लापता है जिसकी तलाश की जा रही है|
उन्होंने बताया कि एलजीएस कमांडर और दुर्दांत नक्सली हिड़मा के इलाके में होने की सूचना के बाद ऑपरेशन लांच किया गया था मगर वह इलाके में नहीं मिला और उसी की टीम के साथ ही फोर्स के जवानों की मुठभेड़ हो गई|
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के दौरान एक महिला नक्सली को मार गिराया गया है और उसके पास से एल.एम.जी हथियार भी बरामद हुए हैं|
आईजी का कहना है कि शनिवार को हुए मुठभेड़ में 7 AK-47 राइफल,तीन इंसाफ और दो एलएमजी नक्सली अपने साथ ले जाने में कामयाब हुए हैं|
आईजी ने बताया कि भले ही इस बार फोर्स के जवान हिड़मा तक नहीं पहुंच पाई और फ़ोर्स को भारी नुकसान हुआ फिर भी हमारे जवानों का मनोबल नहीं टूटा है| हम फिर से इलाके में जाएंगे और नक्सलियों को नेस्तनाबूद कर देंगे|
हम लगातार इलाके में अपना ऑपरेशन जारी रखेंगे| बस्तर में शांति के लिए फोर्स के जवान समर्पित हैं|
उन्होंने यह भी बताया कि कल सुबह 10:00 बजे जगदलपुर मुख्यालय स्थित पुलिस लाइन में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
जवानों के 22 शवों में से 5 को शनिवार को बरामद किया गया था और 17 से अधिक शवों को सीआरपीएफ, डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने रविवार तड़के बड़े पैमाने पर चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान बरामद किया था। तलाशी और बचाव अभियान अभी भी जारी है।