- नाइजीरिया, फिलीस्तीन, छत्तीसगढ़ और त्रिपुरा के आदिवासी नर्तक दल देंगे प्रस्तुति
- दोपहर 2.30 बजे से विवाह संस्कार विधा पर, शाम 6.30 बजे से पारम्परिक त्यौहार, अनुष्ठानों एवं पारम्परिक विधाओं पर होगा नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन
- राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके के मुख्य आतिथ्य में रात्रि 8 बजे आयोजित कार्यक्रम में स्वाजीलैण्ड, उजबेकिस्तान और माली के आदिवासी नर्तक दल देंगे प्रस्तुति
रायपुर| राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव 2021 का उद्घाटन 28 अक्टूबर को पूर्वान्ह 11 बजे साईंस कॉलेज मैदान में आयोजित भव्य समारोह में मुख्य अतिथि झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन करेंगे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल करेंगे।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पूर्वान्ह 11 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में हिस्सा ले रहे विदेशों तथा छत्तीसगढ़ सहित देश के विभिन्न राज्यों के आदिवासी नर्तक दलों द्वारा आकर्षक मार्च पास्ट किया जाएगा तथा अतिथियों के उद्बोधन होंगे।
उद्घाटन समारोह में दोपहर 12.30 से 2 बजे तक नाइजीरिया, फिलीस्तीन, छत्तीसगढ़ के गौर सिंग नर्तक दल, होजागिरी-त्रिपुरा के दल द्वारा अपनी प्रस्तुति दी जाएगी। दोपहर 2 बजे से 3 बजे तक अतिथियों द्वारा इस अवसर पर आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन तथा अवलोकन किया जाएगा।
आयोजन स्थल पर दोपहर 2.30 बजे से 6.30 बजे तक विवाह संस्कार विधा पर नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रत्येक दल को प्रस्तुति के लिए 15 मिनट का समय निर्धारित किया गया है। इस प्रतियोगिता में 11 नर्तक दल अपनी प्रस्तुति देंगे, जिसमें गोंड जनजाति का कर्मा नृत्य-मध्यप्रदेश, कड़सा नृत्य-झारखंड, गोजरी नृत्य जम्मू-कश्मीर, गुरयाबल्लु-आंध्रप्रदेश, कारबी-तिवा-असम, डिम्सा-आंध्रप्रदेश, धप-ओड़िशा , कोम्मुकोया-तेलंगाना, दंडार-मध्यप्रदेश, बोण्डा-ओड़िसा, मेवासी नृत्य-गुजरात की प्रस्तुति होगी।
शाम 6.30 से रात्रि 7.30 बजे तक पारम्परिक त्यौहार एवं अनुष्ठान, फसल कटाई-कृषि एवं अन्य पारंपरिक विधाओं पर नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी, जिसमें 05 नर्तक दल हिस्सा लेंगे। इनमें करमा नृत्य-छत्तीसगढ़, झींझीं हन्ना-उत्तराखंड, गुसाड़ी-डिम्सा-तेलंगाना, उरांव-झारखंड, सिद्धी गोमा नृत्य-गुजरात की प्रस्तुति होगी।
रात्रि 8 बजे से 9.30 बजे तक मुख्य मंच पर राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके के मुख्य आतिथ्य और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें अतिथियों के उद्बोधन के बाद स्वाजीलैण्ड, उजबेकिस्तान और माली के आदिवासी नर्तक दलों द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी।