रायपुर | राजधानी में आयोजित धर्म संसद में बापू पर बाबा कालीचरण के बयान के बाद भाजपा की चुप्पी पर सीएम भूपेश बघेल ने सवाल उठाये हैं | बता दें कल धर्म संसद में बाबा कालीचरण द्वारा महात्मा गाँधी के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किये जाने के बाद से मचे बवाल के बाद सियासी सरगर्मी तेज हो गई थी |
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि अभी तक भाजपा के नेताओं की ओर से कोई बयान क्यों नहीं आया? इस पर भाजपा क्यों मौन है?
भूपेश बघेल ने बाबा कालीचरण पर निशाना साधते हुए कहा कि यह धरती शांति का है, प्रेम का है, भाईचारे का है, गुरु घासीदास की धरती है| जहां उत्तेजक बातें, अहिंसात्मक बातें बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी|
राष्ट्रपिता के बारे में इस तरह की बातें कहना निश्चित रूप से यह दर्शाता है कि उनकी मानसिक स्थिति क्या है| इसकी जितनी निंदा की जाए कम है|
प्रशासन की ओर से जितने कड़े से कड़ा कदम हो सकता है उठाया जाएगा| विधि सम्मत कार्रवाई होगी| समाज में जहर घोलने की कोशिश करेंगे तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी| एफआईआर दर्ज हो गई है|
पढ़ें: बाबा कालीचरण के खिलाफ अपराध दर्ज़
धर्म संसद में कालीचरण नाम के बाबा ने महात्मा गांधी को अपशब्द कहे और नाथूराम गोडसे का महिमामंडन किया| इसी मंच पर मौजूद कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक और राज्य गोसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई और धर्म संसद से स्वयं को अलग किया|
राज्य गोसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास ने कहा कि मंच से महात्मा गांधी को गाली दी गई है, हम इसका विरोध करते हैं। यह सनातन धर्म नहीं और ना ही धर्म संसद के मंच पर इस तरह की बात होनी चाहिए। इतना कहकर महंत रामसुंदर दास मंच से उतर गए और तमतमाए हुए अंदाज में वापस दूधाधारी मठ लौट गए।