रायपुर| छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल के खिलाफ ब्राह्मण समाज ने सोशल मीडिया पर दिए गये बयान को लेकर FIR दर्ज कराई है| इधर सीएम भूपेश बघेल ने आज ही कानून को सर्वोपरि बताते हुए कहा छत्तीसगढ़ में कानून से बढ़कर पिता नहीं, पिता पर विधि सम्मत कार्रवाई की बात कही थी।
राजधानी की डीडी नगर पुलिस ने नंद कुमार बघेल के खिलाफ साम्प्रदायिक भावना को भड़काने और समाजिक माहौल खराब की धाराओं 153-A और 505- A – ख के तहत मामला पंजीबद्ध किया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल के सोशल मीडिया पर दिया बयान के बाद प्रदेशभर में ब्राह्मण समाज उद्वेलित हो गया है। ब्राम्हण समाज के लोग नंद कुमार बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग कर ही रहे थे कि सीएम भूपेश बघेल ने भी सोशल मीडिया में वायरल खबरों से संज्ञान लेकर विधि सम्मत कार्रवाई का आदेश पुलिस को दिया ।
बताया जा रहा है कि राजधानी रायपुर के बाद अब दूसरे जिलों में भी ब्राह्मण समाज मामला पंजीबद्ध करेंगे।
इधर भाजपा भी नंद कुमार बघेल के बयान की कड़ी निंदा कर सरगुजा, रायगढ़ और कोरिया में विरोध प्रदर्शन किया है। रायगढ़ में समाज के लोगों ने शनिवार को बघेल का पुतला दहन किया। अब भाजपा राजधानी रायपुर में भी इसी मुद्दे पर नंद कुमार पटेल का पुतला फूंकेगी।
ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि नंद कुमार बघेल पिछले कुछ सालों से लगातार ब्राह्मण समाज के खिलाफ अनर्गल व औचित्यहीन बयान दे रहे हैं, उससे ब्राह्मण समाज काफी आक्रोशित है। पहले भी सर्व ब्राह्मण समाज राज्यपाल अनुसुइया उइके से मिलकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा केंद्रीय गृह मंत्री के नाम से ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग कर चुका है|
बता दें इसके पहले भूपेश बघेल ने साफ तौर पर कहा कि हमारी सरकार सभी समाज, सभी वर्गों का सम्मान और उनकी भावनाओं की कद्र करती है। किसी भी समाज को ठेस ना पहुंचे और उनके संवैधानिक अधिकारियों की रक्षा हो यह छत्तीसगढ़ सरकार अपना कर्तव्य समझती है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह जगजाहिर है कि मेरे और मेरे पिता कि राजनीतिक विचार और मान्यताओं में शुरू से ही भिन्नता रही है। उन्होंने कहा कि मैं पुत्र के रूप में अपने पिता का सम्मान जरूर करता हूं, लेकिन प्रदेश के मुखिया के रूप में अपने पिता की भी कोई गलती जिसमें सार्वजनिक व्यवस्था बिगाड़ने वाली स्थिति को मैं माफ नहीं कर सकता। मेरे लिए कानून से बढ़कर कुछ नहीं है क्योंकि हमारी सरकार सभी को एक ही दृष्टि से देखती है।