रायपुर| छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने राज्य में स्कूल-कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों को फिर बंद करने का फैसला किया है। स्कूलों-कॉलेजों की कक्षाएं और परीक्षाएं भी अब ऑनलाइन ही कराई जाएंगी। वैसे बोर्ड और दूसरी परीक्षाएं ऑफलाइन ही होंगी।
छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए प्रतिबंधात्मक उपायों को सख्ती से लागू करने पर भी जार दिया गया। होली के साथ ही शादी, अंत्येष्टि और अन्य सार्वजनिक आयोजनों के संबंध में जल्दी ही गाइडलाइन जारी की जाएगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज एक उच्च स्तरीय बैठक में कोरोना के हालात की समीक्षा हुई। इस बैठक में मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
बैठक के फैसलों की जानकारी देते हुए सरकार के प्रवक्ता और कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि कोरोना संक्रमण के प्रसार को देखते हुए स्कूल-कॉलेज और आंगनबाड़ी को बंद करने का फैसला किया गया है। कक्षाएं और परीक्षाएं भी ऑनलाइन कराई जाएंगी।
हालांकि स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा है कि अभी परीक्षाओं को लेकर कोई स्पष्ट फैसला नहीं हुआ है। बोर्ड और दूसरी परीक्षाएं ऑफलाइन ही होंगी। उनके लिए जैसा कार्यक्रम जारी किया गया है, उसी के अनुरूप आयोजित की जाएंगी। बताया जा रहा है कि जल्दी ही इसके लिए आदेश जारी कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज मंत्री परिषद के सदस्यों के साथ प्रदेश में कोरोना टीकाकरण और कोविड-19 संक्रमण पर नियंत्रण के लिए की गई व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बचाव के सभी उपायों और दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सभी जगह मास्क के उपयोग और शारीरिक दूरी के नियमों का कड़ाई से पालन करवाने कहा
उन्होंने कोविड संक्रमितों की पहचान के लिए रोजाना जांच की संख्या बढ़ाने कहा। उन्होंने संक्रमितों के इलाज के लिए सभी कोविड अस्पतालों और आइसोलेशन सेंटरों में आक्सीजन सुविधा वाले बिस्तरों के साथ ही अन्य सभी सेवाओं की चाक-चौबंद व्यवस्था रखने कहा।
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स, 60 वर्ष से अधिक के नागरिकों और 45 वर्ष से 59 वर्ष तक के को-मोरबिडिटी वालों के टीकाकरण में तेजी लाने के भी निर्देश दिए।