अंतरराष्ट्रीय बाजार के हिसाब से सिलेंडर 600 में मिलना चाहिए, मोदी सरकार 860 में दे रही: कांग्रेस
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत सहित पार्टी की कई महिला नेताओं ने मिट्टी का चूल्हा, लकड़ी और गैस सिलेंडर के साथ मीडिया से बातकर मोदी सरकार से आग्रह किया
नई दिल्ली । कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत सहित पार्टी की कई महिला नेताओं ने मिट्टी का चूल्हा, लकड़ी और गैस सिलेंडर के साथ मीडिया से बातकर मोदी सरकार से आग्रह किया कि रसोई गैस की कीमतों में हुई बढ़ोतरी को वापस लेकर आम गृहणियों को राहत दे।
सुप्रिया ने आरोप लगाया कि गैस सिलेंडर की कीमत में 25 रुपये की ताजा बढ़ोतरी नरेंद्र मोदी सरकार का अनैतिक और असंवेदनशील फैसला है।
सुप्रिया के साथ कांग्रेस नेता अलका लांबा, अमृता धवन और राधिका खेड़ा ने भी रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर केंद्र पर निशाना साधा।
दिल्ली में 860 रुपये का सिलेंडर का बिक रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार के हिसाब से सिलेंडर 600 रुपये का बिकना चाहिए, लेकिन मोदी सरकार गैंस सिलेंडर को देश में 860 रुपये का बेच रही है।
देश के कई हिस्सों में इसकी कीमत एक हजार रुपये को पार कर गई है।उन्होंने दावा किया कि संप्रग सरकार के समय 1.47 लाख करोड़ रुपये की सब्सिडी मिलती थी, लेकिन मोदी सरकार ने सब्सिडी घटाकर 12000 करोड़ रुपये कर दिया है,इसकारण लोगों को पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की बढ़ी हुई कीमतों से राहत नहीं मिल पा रही है।
सुप्रिया ने कहा, ‘‘उज्ज्वला योजना पर सीना ठोकने वाली सरकार को पता होना चाहिए कि अब महिलाएं फिर से लकड़ी के ईंधन का उपयोग करने का विवश हैं।
प्रधानमंत्री को अब महिलाओं के आंसू क्यों नजर नहीं आते?’’अलका लांबा ने आरोप लगाया कि जब वित्त मंत्री कहती हैं कि पेट्रोल-डीजल के दाम कम नहीं हो सकते,तब यह लोकतंत्र को सीधी चुनौती देना है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में कई स्थानों पर महिलाएं मिट्टी के चूल्हे खरीद रही हैं, क्योंकि वे गैस सिलेंडर के खर्च का वहन नहीं कर सकतीं। राधिका खेड़ा ने कहा कि सरकार को ये बढ़ी हुई कीमतें वापस लेनी चाहिए क्योंकि जनता महंगाई के बोझ को सहन नहीं कर पा रही है।