टीएमसी विधायक मदन मित्रा ने बेची चाय, एक कप की कीमत 15 लाख
तृणमूल कांग्रेस के विधायक एक चायवाले की भूमिका निभाई और प्रतीकात्मक रूप से एक कप की कीमत 15 लाख रुपये बतायी। राज्य के पूर्व परिवहन मंत्री, मित्रा ने इसके जरिये तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के उन आरोपों की ओर इशारा किया कि नरेंद्र मोदी के 2014 के चुनावी वादे में हर नागरिक के बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा होने का वादा अभी बाकी है।
कोलकाता| तृणमूल कांग्रेस के विधायक एक चायवाले की भूमिका निभाई और प्रतीकात्मक रूप से एक कप की कीमत 15 लाख रुपये बतायी। राज्य के पूर्व परिवहन मंत्री, मित्रा ने इसके जरिये तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के उन आरोपों की ओर इशारा किया कि नरेंद्र मोदी के 2014 के चुनावी वादे में हर नागरिक के बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा होने का वादा अभी बाकी है।
कामरहाटी विधायक ने कहा कि उन्होंने कोलकाता के भवानीपुर इलाके में एक कार्यक्रम में इकट्ठे हुए लोगों को मुफ्त में चाय की पेशकश की, लेकिन पैसे देने के इच्छुक लोगों के लिए एक कप की कीमत 15 लाख रुपये रखी गई, विशेष रूप से ”मोदी जी के करीबी लोगों के लिए।”
हाथ में केतली थामे मित्रा ने कहा, “यह एक विशेष चाय है। मुझे आशा है कि यह मोदीजी द्वारा बनाई गई चाय के स्वाद से मेल खाती है, जब वे रेलवे स्टेशनों पर चाय बेचते थे, जैसा कि उनके द्वारा दावा किया गया। मैं इसे मुफ्त में दे रहा हूं। लेकिन अगर आप मुझसे कीमत पूछते हैं, तो इसकी कीमत 15 लाख रुपये है, जिसका उन्होंने हर भारतीय से वादा किया था।”मित्रा ने पूर्व में ईंधन की बढ़ती कीमतों के विरोध में बैलगाड़ी की सवारी की थी।
गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता लगातार पीएम मोदी पर हमलावर रहे हैं। गत दिनों बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर कोरोना वैक्सीन की कमी की शिकायत करते हुए केंद्र सरकार पर इसके वितरण में बंगाल के साथ भेदभाव का आरोप लगाया। इस संबंध में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिर पत्र भी लिखा है।
उन्होंने कहा कि बंगाल में टीके की आपूर्ति नहीं बढ़ाई गई गई, तो कोविड महामारी की स्थिति गंभीर हो सकती है। ममता ने आरोप लगाया कि बंगाल का आबादी घनत्व बहुत अधिक होने के बावजूद उसे टीकों की बहुत कम खुराकें मिल रही है। बंगाल की अपेक्षा भाजपा शासित छोटे-छोटे राज्यों गुजरात, कर्नाटक आदि को ज्यादा व पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन मिली हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री से टीकों की आपूर्ति बढ़ाने की अपील करते हुए कहा कि राज्य को सभी पात्र लोगों को टीका लगाने के लिए 14 करोड़ खुराकों की जरूरत है। पत्र में उन्होंने कहा कि वर्तमान में हम हर दिन चार लाख टीके ही दे रहे हैं जबकि 11 लाख खुराकें देने की हमारी क्षमता है।