हेरोइन के आयात करने का आरोप, दो पाकिस्तानी नागरिकों का बैंकॉक से प्रत्यर्पण किया
अमेरिका ने बड़ी मात्रा में देश में हेरोइन के आयात की कोशिश के आरोपों का सामना करने के लिए दो पाकिस्तानी नागरिकों का बैंकॉक से प्रत्यर्पण किया
वाशिंगटन । अमेरिका ने बड़ी मात्रा में देश में हेरोइन के आयात की कोशिश के आरोपों का सामना करने के लिए दो पाकिस्तानी नागरिकों का बैंकॉक से प्रत्यर्पण किया है। संघीय मादक पदार्थ नियंत्रण एजेंसी ने इसकी जानकारी दी।
मुलाबख्श गोरगीच (43) और नियामतुल्ला गोरगीच (37) को थाईलैंड के अधिकारियों ने 11 अप्रैल को बैंकॉक में हिरासत में लिया था और उन्हें अब अमेरिका लाकर दोनों को न्यूयॉर्क में अमेरिकी मजिस्ट्रेट न्यायाधीश सारा नेटबर्न के सामने पेश किया गया। अमेरिकी अटॉर्नी ऑड्रे स्ट्रॉस ने आरोप लगाया कि उन्होंने अमेरिका में थोक में हेरोइन की तस्करी की।
औषधि प्रवर्तन प्रशासन विभाग के मुताबिक एशिया में नशीली दवाओं की तस्करी करने वाले मुलाबख्श और नियामतुल्ला ने 2019 के अंत में अमेरिका में आयात के लिए कई किलोग्राम मात्रा में हेरोइन खरीदने में रुचि रखने वाले उन व्यक्तियों के साथ संवाद कर मिलना शुरू किया, जिनके बारे में उनका मानना था कि वे हेरोइन के तस्कर थे।
असल में, वे लोग डीईए के निर्देश पर काम कर रहे गोपनीय सूत्र थे। इसमें से एक डीईए का अंडरकवर एजेंट था जो न्यूयॉर्क में रहने वाला हेरोइन वितरक बनकर उनसे मिल रहा था। दोनों पर अमेरिका में हेरोइन के आयात की कोशिश का आरोप तय किया गया है। हालांकि, मुलाबख्श पर अमेरिका में हेरोइन के आयात की साजिश रचने का एक और आरोप है।
प्रत्येक आरोप में अधिकतम उम्रकैद की सजा और न्यूनतम 10 साल कैद की सजा का प्रावधान है।