चोरी के सारी हदें पार, थाने में 800 किलो गोबर चोरी का मालमा, गोबर चोर के तलाश में जुटी छत्तीसगढ पुलिस
आपने पैसा, धन, दौलत, गाड़ी या अन्य कीमती सामान चोरी की बहुत सी घटनाओं के बारे में सुना होगा या देखा लेकिन क्या कभी आपने गोबर चोरी के बारे में सुना है? शायद नहीं सुना होगा...
रायपुर| आपने पैसा, धन, दौलत, गाड़ी या अन्य कीमती सामान चोरी की बहुत सी घटनाओं के बारे में सुना होगा या देखा लेकिन क्या कभी आपने गोबर चोरी के बारे में सुना है? शायद नहीं सुना होगा, लेकिन हम आपको गोबर चोरी की सच्ची घटना के बारे में बता रहे हैं।
गाय के गोबर चोरी की यह घटना छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में हुई है जहां चोरों ने धुरेना गांव से करीब 800 किलो गोबर चोरी कर लिया, जिसकी कीमत 1600 रुपए हैं। खबर के मुताबिक गांव के गौधन समीति के अध्यक्ष ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और बताया कि चोरों ने गांव से करीब 800 किलो से अधिक गोबर चोरी कर लिया है। उन्होंने पुलिस से इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने की मांग करते हुए चोरों की गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए अपनी तहकीकात शुरू कर दी है।
दरअसल छत्तीसगढ़ देश का ऐसा राज्य है जहां गोधन न्याय योजना के तहत गाय का गोबर दो रुपये प्रति किलो के हिसाब से खरीदा जाता है। राज्य की भूपेश बघेल की सरकार ने जुलाई 2020 में इस योजना की शुरूआत की थी जिसके तहत गांव वालों से गाय का गोबर 2 रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदा जाता है।
इस योजना ने खूब सुर्खियां बंटोरी थी और इसका सीधा फायदा गांव में रहने वाले पशुपालकों को मिल रहा है। सरकार इस गोबर को खरीदकर इससे कंपोस्ट खाद बनाती और किसानों को न्यूनतम कीमत पर जैविक खाद उपलब्ध कराई जाती है। सरकार की इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों की आय में बढ़ोत्तरी करने के साथ-साथ जैविक खेती को बढ़ावा देना है। इस योजना से ग्रामीण स्तर पर भी रोजगार के नए अवसर खुले।