पिथौरा जिला बनने के लिए सबसे उपयुक्त: शिवशंकर पटनायक
छत्तीसगढ़ में होने वाले 36 जिलों में एक जिला पिथौरा को बनाने की मांग उठने लगी है. इसका मूल आधार पिथौरा तहसील एवम मुख्यालय की भौगोलिक स्थिति को माना जा सकता है.
पिथौरा| छत्तीसगढ़ में होने वाले 36 जिलों में एक जिला पिथौरा को बनाने की मांग उठने लगी है. इसका मूल आधार पिथौरा तहसील एवम मुख्यालय की भौगोलिक स्थिति को माना जा सकता है. सेवानिवृत सहकारिता अधिकारी, लेखक , चिंतक एवम वरिष्ठ समाजसेवक शिवशंकर पटनायक ने पिथौरा जिला बनाने के लिए प्रदेश के भरोसेमंद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इसके लिए पत्र भी लिखा है.
देश भर में चर्चा है कि छत्तीसगढ़ 36 जिलों का एक सम्पन्न प्रदेश होगा।इसके लिए लगातार प्रदेश के बड़े जिलों को छोटा करने एवम निये जिलों के निर्माण के लिए लगातार सर्वेक्षण कराया जा रहा है.अब तक कुल 32 जिले बन चुके है. लिहाजा माना जा रहा है कि भूपेश सरकार द्वारा चुनाव के पूर्व ही छत्तीसगढ़ में 36 जिलों का लक्ष्य पूर्ण करने हेतु 4 और जिलों का निर्माण कर दिया जाएगा.
सामाजिक कार्यकर्ता श्री पटनायक ने इन नए बनने वाले जिलो में पिथौरा के बारे में गम्भीरता से विचार करने का आग्रह प्रदेश के मुखिया से किया है. श्री पटनायक ने बताया कि पिथौरा के 4 किलोमीटर परिधि में जिला कार्यालय हेतु पर्याप्त सरकारी भूमि है. राष्ट्रीय राज मार्ग 53 में बसे पिथौरा को जिला बनाया जाए तो बागबाहरा की ओर से ओडिसा बार्डर, सराईपाली, बसना क्षेत्र से उड़ीसा सीमा एवम कसडोल विधान सभा के अधिकांश ग्राम पिथौरा से लगातार व्यवसायिक एवम सामाजिक रूप से जुड़े है.
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इन क्षेत्र के लोगो का प्रतिदिन पिथौरा आनाजाना होता रहता है. जिला निर्माण के बाद इन क्षेत्रों की एक बड़ी आबादी को इससे सुविधा मिलने लगेगी।. र्तमान में पिथौरा से लगे कसडोल क्षेत्र वासियों को जिला मुख्यालय किसी कार्य से जाने के लिए जाने 100 जंगल रास्ता पडता है. पिथौरा को जिला बनाने से इस क्षेत्रवासियों के लिए जिला मुख्यालय इसी तरह बसना क्षेत्रवासीयो को जिला मुख्यालय की वर्तमान दूरी 150 किलोमीटर से हटकर 35 किलोमीटर हो जाएगी.