रायपुर से सराईपाली: बस वालों की मनमानी-बदसलूकी जारी
रायपुर से सराईपाली मार्ग पर चलने वाली निजी बसों में अत्यधिक किराया एवम यात्रियों से बदसलूकी अब भी जारी है.बस कंडक्टरों के हौसले इतने बुलंद है कि वे सीधे परिवहन मंत्री एवम कमिश्नर से शिकायत करने की सलाह यात्रियों को देते है.
पिथौरा| रायपुर से सराईपाली मार्ग पर चलने वाली निजी बसों में अत्यधिक किराया एवम यात्रियों से बदसलूकी अब भी जारी है.बस कंडक्टरों के हौसले इतने बुलंद है कि वे सीधे परिवहन मंत्री एवम कमिश्नर से शिकायत करने की सलाह यात्रियों को देते है.
ज्ञात हो कि विगत छह माह से उक्त मार्ग की यात्री बसो में अत्यधिक किराया एवम दुर्व्यवहार की खबरे प्रकाशन के बाद कुछ बसों पर कार्यवाही अवश्य की जाती है परन्तु कार्यवाही के तुरंत बाद पुनः बढ़ा किराया वसूलने लगते है. जिससे अब आम लोगो का सरकार के निर्देशों से भरोसा उठ गया है.
निजी बसों की मनमानी थमने का नाम नही ले रही है. जिला परिवहन अधिकारी द्वारा परिवहन मंत्री एवम कमिश्नर के निर्देश के बाद विगत दिनों कुछ बसों पर कार्यवाही की गई थी. परन्तु बस संचालको के हौसले इतने बुलंद है कि वे पूर्ववत मुँहमाँगा किराया वसूल कर रहे है. इतना ही नही किसी यात्री द्वारा नियम बताने पर उससे बदसलूकी कर रास्ते मे ही उतारने की धमकी भी दे रहे है.
मंगलवार को भी एक पत्रकार रायपुर से किरण ट्रेवल्स की बस क्र 3177 से पिथौरा लौट रहे थे. उनसे भी किराया 150 रुपये मांगा गया. ज़ब उसने बताया कि किराया 125 रुपये है. तब उन्हें रास्ते मे ही उतारने की धमकी भी दे डाली.
नियमो की अनदेखी,फोर लेन पर उतार रहे महिलाओं को
परिवहन विभाग के नियम कायदे रायपुर सराईपाली मार्ग के बस संचालको के सामने धरे के धरे रह जाते है. ये बस संचालक ना तो उच्च अफसरों की बात सुनते ओर न ही सरकार की. इस मार्ग पर चलने वाली लोकल बसों में किराया 125 का 150 , 200 का 250 एवम 100 का 125 खुलेआम वसूल रहे है. इसके बावजूद तुमगांव, पिथौरा,सांकरा एवम बसना के यात्रियों को फोर लेन पर ही उतार कर आगे बढ़ जाते है. इनमे सबसे अधिक परेशानी अकेली महिलाओं एवम बुजुर्ग यात्रियों को हो रही है।इसके अलावा लंबी दूरी की बसों के संचालक रास्ते भर सवारी तो उठाते है परन्तु ये किराया दुगुना वसूल कर रहे है.
सराईपाली से रायपुर : बस हमारी, किराया भी हमारा, जाना-न जाना आपकी मर्जी…
बस संचालको की इस मनमानी से अब आम लोग त्रस्त होकर आगामी विधानसभा चुनाव का इंतजार कर रहे है. लोगों कि मानें तो बस संचालको के मनमाने रवैये के खामियाजा प्रदेश सरकार को आगामी विधान सभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा.
नए संचालको को मिले परमिट
बहरहाल, वर्तमान में मनमर्जी से बस यात्रियों से किराया वसूलने वाले बस संचालको की बसों के परमिट निरस्त कर नए सिरे से नए बस संचालको को परमिट देने की आवश्यकता है जिससे मनमानी पर लगाम लग सके.
deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा