रेण नदी के उद्गम स्थल से जल उठाकर कांवड़ियों ने वनांचल ग्राम केदमा स्थित शिव मंदिर में किया जलाभिषेक
सरगुजा जिले के विकासखंड उदयपुर अंतर्गत आने वाले वनांचल ग्राम मतरिंगा रेण नदी के उद्गम स्थल से जल उठा कर सैकड़ों कांवरियों ने ग्राम केदमा में स्थित शिव मंदिर में नाग पंचमी के अवसर पर जलाभिषेक किया है।
उदयपुर। सरगुजा जिले के विकासखंड उदयपुर अंतर्गत आने वाले वनांचल ग्राम मतरिंगा रेण नदी के उद्गम स्थल से जल उठा कर सैकड़ों कांवरियों ने ग्राम केदमा में स्थित शिव मंदिर में नाग पंचमी के अवसर पर जलाभिषेक किया है।
देश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों पर श्रावण मास में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ना एक आम बात है। किंतु सुदूर पर्वतीय अंचल में बसे जनजातीय बाहुल्य ग्रामों में अपार श्रद्धा के ऐसे दृश्य देखने को कम ही मिलते हैं। ऐसा नहीं है कि यह कोई श्रद्धा की पुनजागृति है जनजातीय समाज आदिकाल से ही प्रकृति व शिव पार्वती का उपासक रहा है।
फिर से आम जनता के अंदर विशेषकर जनजाति समाज में धर्म के प्रति भी उत्साह देखने को मिल रहा है। आज केदमा क्षेत्र के अनेक गांवों के हजारों महिला पुरुष युवा बच्चे बुजुर्ग कांवरियों ने मां रेण नदी के उद्गम स्थल झिलमिली चेपटी आमा मतरिंगा से पवित्र जल उठा कर 24 किलोमीटर की लंबी यात्रा पूरे अनुशासन व क्रम में तय करते हुए केदमा स्थित शिव मंदिर में जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की।
पूरे मार्ग भर डीजे से बज रहे महादेव के भजन वही बम बम भोले और हर हर महादेव के नारे कांवड़ यात्रियों के उत्साहवर्धन कर रहे थे । रास्ते में पड़ने वाले हर गांव के ग्रामीणों द्वारा यात्रा के पहुंचते ही पुष्प वर्षा कर का स्वागत अभिनंदन किया जा रहा था।
कावड़ यात्रा के निर्धारित मार्ग मतरिंगा खर्रानगर सितकालो मरेया केसमा से केदमा तक भक्तगणों ने कांवड़ यात्रियों के लिए फल प्रसाद स्वल्पाहार व भोजन की व्यवस्था कर यात्रा को सुगम बनाने में भरपूर योगदान दिया।
इस अवसर पर अरविंद अग्रवाल विनोद हर्ष अशोक अग्रवाल कलम सिंह श्रीनाथ सिंह इंदर भगत सज्जू सिंह सुनील अग्रवाल बृजेश चतुर्वेदी महेश्वर पैकरा दीनानाथ यादव कमलेश सिंह पैकरा सुखसाय रोशन उष्मित खन्ना श्यामाकांत दिलीप यादव कमलाकांत पैकरा ललित यादव सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।