पिथौरा: पूर्व शराब ठेकेदार का बेजा कब्जा जमींदोज
पूर्व शराब ठेकेदार द्वारा नगर के एक मात्र कांजी हाउस में विगत कोई दशक भर से किये गए कब्जे को गुरुवार को स्थानीय प्रशासन द्वारा जमींदोज कर कब्जा मुक्त करवाया गया। ज्ञात हो कि उक्त कांजी हाउस को तात्कालीन प्रशासन द्वारा एक वर्ष के लिए किराये पर शराब ठेकेदार को दिया गया था|
पिथौरा| पूर्व शराब ठेकेदार द्वारा नगर के एक मात्र कांजी हाउस में विगत कोई दशक भर से किये गए कब्जे को गुरुवार को स्थानीय प्रशासन द्वारा जमींदोज कर कब्जा मुक्त करवाया गया। ज्ञात हो कि उक्त कांजी हाउस को तात्कालीन प्रशासन द्वारा एक वर्ष के लिए किराये पर शराब ठेकेदार को दिया गया था| समयावधि के बाद नगर पंचायत स्थल खाली करने की बजाय उसे अपने एक स्टाफ को निवास हेतु दे दिया गया था जिसकी शिकायत के बाद उक्त कार्यवाही की गई।
स्थानीय प्रशासन ने गुरुवार को पुराना कांजी हाउस भवन से अवैध कब्जा धारी को बेदखल करते हुए प्रशासनिक अमले की मौजूदगी में दल बल के साथ पहुंचकर अवैध कब्जे को जेसीबी से जमींदोज कर कब्जा मुक्त करवाया गया।
कार्यवाही के दौरान नगर पंचायत के अमले को अवैध कब्जाधारी के विरोध का सामना करना पड़ा।स्थानीय एसडीएम के निर्देश पर उक्त कार्यवाही की गई।
बताया जाता है कि शराब ठेकेदारी के समय नगर पंचायत प्रशासन के द्वारा उक्त पुरानी कांजी हाउस भवन को शराब ठेकेदारों को शराब दुकान संचालित करने के लिए प्रतिवर्ष अनुसार किराए पर दिया था। इसी दरमियान एक पुराने शराब ठेकेदार के द्वारा उक्त कांजी हाउस भवन पर दशक भर से ज्यादा समय से कब्जा कर लिया गया था।
कब्जाधारी ने किया विरोध
बेदखली की कार्यवाही के दौरान कब्जा धारी कसडोल जनपद अध्यक्ष के द्वारा मौके पर उक्त स्थल को अपना होने का दावा प्रस्तुत किया गया एवम कब्जा हटाने आये नगर पंचायत कर्मियों को रोका जाने लगा। तभी मौके पर मौजूद नगर पंचायत के सीएमओ महेंद्र गुप्ता के द्वारा उपरोक्त के संबंध में दस्तावेज की मांग किए जाने पर उनके पास वैध दस्तावेज नहीं था। जिसके चलते उनके द्वारा दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया जा सका और प्रशासन ने सख्ती से कब्जाधारी को बेदखल किया गया।
पूरी कार्यवाही स्थानीय नगर पंचायत द्वारा तहसीलदार, राजस्व अमला एवम पुलिस बल की मौजूदगी में सम्पन्न की गई।