शीतलहर: कांप रहा छत्तीसगढ़ और ओडिशा, बिलासपुर में ठण्ड से बुजुर्ग की मौत!
शीतलहर से छत्तीसगढ़ और ओडिशा कांप रहा है | वहीँ बिलासपुर में ठण्ड से बुजुर्ग की मौत की खबर है | देश के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बर्फबारी से मैदानी इलाकों में शीतलहर जारी है |
नई दिल्ली/ छत्तीसगढ़ /भुवनेश्वर | शीतलहर से छत्तीसगढ़ और ओडिशा कांप रहा है | वहीँ बिलासपुर में ठण्ड से बुजुर्ग की मौत की खबर है | देश के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बर्फबारी से मैदानी इलाकों में शीतलहर जारी है | जम्मू- कश्मीर से लेकर राजस्थान तक उत्तर और मध्य भारत के राज्यों में तापमान तेजी से गिरा है |
छत्तीसगढ़ , ओडिशा और मध्य प्रदेश भी कांप रहा है |उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवा के कारण उत्तरी और मध्य छत्तीसगढ़ को पूरी तरह चपेट में लिया है और शीतलहर चल रही है। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर संभाग से ठण्ड से एक बुजुर्ग की मौत की खबर है |
शीतलहर से छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में कड़ाके की सर्दी है। छत्तीसगढ़ का मैनपाट शिमला सा नजर आने लगा है | कोरिया जिले में न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री पर पहुंच गया। अंबिकापुर से जशपुर और पेंड्रा तक तापमान 4 से 5 डिग्री के बीच पहुंच गया है।
राजधानी रायपुर में भी पिछले साल की अपेक्षा काफी ठंड है। छत्तीसगढ़ के ज्यादातर शहरों में सोमवार की सुबह कड़ाके की ठंड महसूस की गई थी। ज्यादातर इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 5 से 6 डिग्री नीचे पहुंच गया था।
महासमुंद जिले के पिथौरा ब्लाक के सुखीपाली के जंगलों से घिरे डूमरपाली में सुबह पाला पड़ा देखा गया | शीतलहर से पैरावट में ओस की बूंदें बर्फ बन गई| इधर मौसम विशेषज्ञों ने अगले 24 घंटे के दौरान रात में ठंड और बढ़ने का पूर्वानुमान जारी कर दिया है।
बिलासपुर के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी ठंडी हवाओं से शीतलहर शुरू हो गई है। पिछले दो दिन से ठंड का पारा सामान्य से नीचे गिर गया है। डाक्टरों के मुताबिक रविवार की देर रात रतनपुर बाइपास रोड से लाये गए करीब 70 वर्षीय बुजुर्ग की ठंड से मौत हो गई। हालाकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चलेगा | राजधानी रायपुर में एक दिन में तापमान 7.5 डिग्री गिर गया |
इधर शीतलहर का असर छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य ओडिशा में भी पड़ा है , यहाँ कड़ाके की ठण्ड पड़ रही है | ओडिशा के कश्मीर कहे जाने वाले कंधमाल जिले के दरिंगबाड़ी में मौसम की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई, क्योंकि पारा 3.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जिससे यह राज्य का सबसे ठंडा स्थान बन गया। क्षेत्र में कड़ाके की ठंड ने सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। हालाकि पाले ने पर्यटकों को आकर्षित किया है।
उधर मौसम विज्ञान केंद्र भुवनेश्वर ने अगले दो से तीन दिनों तक ओडिशा के कई हिस्सों में भीषण शीत लहर की स्थिति की आशंका जताई है |
आईएमडी के अनुसार, निचले स्तरों पर उत्तर-पश्चिमी/उत्तरी शुष्क और ठंडी हवाएं ओडिशा में प्रवेश कर रही हैं। इसके प्रभाव से, अगले दो से तीन दिनों के दौरान राज्य के आंतरिक और आसपास के जिलों के कुछ हिस्सों में शीत लहर की स्थिति बने रहने की संभावना है।