अचानकमार टाइगर रिजर्व में बाघों की गिनती शुरू,मोबाइल ऐप का इस्तेमाल
छत्तीसगढ़ के अचानकमार टाइगर रिजर्व में आज से बाघों की गिनती शुरू हो गई है| गिनती का पहला चरण 31 अक्टूबर तक चलेगा। गिनती के लिये मोबाइल ऐप का इस्तेमाल किया जा रहा है। बाघों की गिनती का दूसरा चरण 8 से 15 नवंबर तक चलेगा।
बिलासपुर । छत्तीसगढ़ के अचानकमार टाइगर रिजर्व में आज से बाघों की गिनती शुरू हो गई है| गिनती का पहला चरण 31 अक्टूबर तक चलेगा। गिनती के लिये मोबाइल ऐप का इस्तेमाल किया जा रहा है। बाघों की गिनती का दूसरा चरण 8 से 15 नवंबर तक चलेगा।
छत्तीसगढ़ के अचानकमार टाइगर रिजर्व में आखिरी बार सन् 2018 में बाघों की गिनती राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने कराई थी तब यहां 5 बाघ होने की पुष्टि हुई थी। सन् 2006 में 22 बाघों की पुष्टि हुई थी। इस तरह से 12 सालों में बाघों की संख्या में 17 की कमी आई थी। इस बार की गिनती से पता चलेगा कि इनकी संख्या में कितनी कमी या बढ़ोतरी हुई है।
बता दें अब तक बाघों की गिनती के लिये पग मार्क और ट्रैप कैमरे दोनों के इस्तेमाल किये जाते थे। इस बार भी टाइगर रिजर्व में 644 ट्रैप कैमरे लगाये गये हैं लेकिन मोइल ऐप के जरिये बाघों की मौजूदगी जानने का तरीका भी अपनाया जा रहा है। वायरलेस भी इनके पास होंगे जिससे वे एक दूसरे के संपर्क में रहेंगे।
पहली बार इसमें प्रशिक्षित युवाओं को शामिल किया गया है| वे बिलासपुर, जांजगीर चांपा, दुर्ग भिलाई, मुंगेली, मनेंद्रगढ़, नारायणपुर, बस्तर, जगदलपुर, बेमेतरा, खैरागढ़, जीपीएम, जशपुर, कोरबा, ओडिशा, बिहार, बालोद व बलरामपुर से चुने गये हैं जिन्हें विशेष रूप से प्रशिक्षित भी किया गया है। इनमें 42 युवक तथा 20 युवतियां हैं।
अचानकमार टाइगर रिजर्व के संचालक एस जगदीशन, उप संचालक एसडी शर्मा, सहायक संचालक संजय लूथर व करीब 109 बीट गार्ड तथा 250 अन्य पैदल वन कर्मचारी इस कार्य में जुटेंगे। दोनों चरणों के आंकड़ों का मिलान कर एनटीसीए को रिपोर्ट भेजी जायेगी, जो बाघों की वास्तविक संख्या निर्धारित करेगा।
बता दें छत्तीसगढ़ में बाघ खाल के साथ कई तस्कर पकडे जा चुके हैं | प्रदेश में बाघों की संख्या आधिकारिक आंकड़ों से कम होने के आशंका वन्य पशु प्रेमी जाता चुके हैं |