मालगाड़ी पटरी से उतरी,एक-दूसरे पर चढ़े  कई डिब्बे, बाल-बाल बचे चालक-परिचालक

सरगुजा के अंबिकापुर रेलवे स्टेशन से  अनलोडिंग कर लौट रही मालगाड़ी शनिवार  रात लगभग 2.30 बजे कमलपुर रेलवे स्टेशन पर पटरी से उतर गई। इस हादसे में मालगाड़ी के कई डिब्बे एक-दूसरे पर चढ़ गए। हादसे में ट्रेन चालक व परिचालक भी बाल-बाल बच गए।

0 66

- Advertisement -

अंबिकापुर । सरगुजा के अंबिकापुर रेलवे स्टेशन से  अनलोडिंग कर लौट रही मालगाड़ी शनिवार  रात लगभग 2.30 बजे कमलपुर रेलवे स्टेशन पर पटरी से उतर गई। इस हादसे में मालगाड़ी के कई डिब्बे एक-दूसरे पर चढ़ गए, वहीं उसके पहिए रेलवे ट्रैक पर बिखर गए। हादसे में ट्रेन चालक व परिचालक भी बाल-बाल बच गए। हादसे के कारणों का पता नहीं चल सका है |

हादसे के बाद अंबिकापुर-जबलपुर एक्सप्रेस को पहले 7 घंटे के लिए रिशेड्यूल किया गया,बाद में इसे 11 घंटे के लिए रिशेड्यूल किया गया। इधर हादसे की खबर लगते ही सुबह लोगों की भीड़ लग गई। रेलवे के कर्मचारियों द्वारा पटरियों को खाली करने का काम शुरु कर दिया गया।

शनिवार को एक बीसीएन एमटीएक्स (मालगाड़ी) कुछ सामग्री लेकर अंबिकापुर रेलवे स्टेशन पहुंची थी। यहां  अनलोडिंग   के बाद रात करीब सवा 2 बजे अंबिकापुर से बिलासपुर के लिए रवाना हुई।मालगाड़ी अंबिकापुर रेलवे स्टेशन से महज 7 किलोमीटर दूर कमलपुर स्टेशन के पास पहुंचते ही पटरी से उतर गई।मालगाड़ी के पहिए बेपटरी होने के कारण डिब्बे आपस में टकरा गए और एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए।

- Advertisement -

बताया जा रहा है कि मालगाड़ी की स्पीड इतनी ज्यादा थी कि पटरी से उतरते ही कई पहिए निकलकर पटरियों पर इधर-उधर बिखर गए। गनीमत था कि इस दौरान कोई यात्री ट्रेन वहां से नहीं गुजर रही थी, अन्यथा एक बड़ा हादसा हो सकता था।

इस हादसे के कारण सुबह करीब 6.15 बजे अंबिकापुर रेलवे स्टेशन से छूटने वाली अंबिकापुर-जबलपुर ट्रेन भी प्रभावित हुई।पहले 7 घंटे के लिए रीशेड्यूल किया गया था बाद में इसे 11 घंटे के लिए रिशेड्यूल किया गया। ट्रेन 5:15 पर अंबिकापुर रेलवे स्टेशन से रवाना हुई।

हादसे के बाद रेलवे की रेस्क्यू टीम भी मौके पर पहुंच राहत कार्य मे लगी हुई थी।हादसे का मूल कारण अभी पता नहीं चल पाया है | रेलवे विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह जांच का विषय है टीम गठित की जाएगी इसके बाद ही कुछ पता चल पाएगा।

रविवार की शाम 5 बजे तक पटरी पर से मालगाड़ी के डिब्बे व अन्य मलबों को लगभग हटा लिया गया था।

Leave A Reply

Your email address will not be published.