पीएम आवास योजना: 3 बरस बाद भी राशि नहीं मिली, लगाई फांसी
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में पीएम आवास योजना के एक आदिवासी हितग्राही के बेटे ने 3 बरस बाद भी योजना की राशि न मिलने से फांसी लगा खुदकुशी कर ली
बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में पीएम आवास योजना के एक आदिवासी हितग्राही के बेटे ने 3 बरस बाद भी योजना की राशि न मिलने से फांसी लगा खुदकुशी कर ली | वह मकान के कर्ज से दबा हुआ था| पुलिस ने जांच शुरू कर दी है| वहीँ जिला प्रशासन ने एक जाँच टीम बनाई है |
मिली जानकारी के मुताबिक बालोद जिले के गुरुर ब्लाक के ग्राम कोचवाही अमली पारा निवासी 26 बरस के शीत कुमार नेताम नामक आदिवासी युवक ने 2 दिन पहले जंगल में जाकर फांसी लगा जान दे दी |
सरपंच केकती बाई सिन्हा के मुताबिक 3 बरस पहले मृतक शित कुमार नेताम के पिता रामचरण नेताम के नाम से पीएम आवास योजना स्वीकृत है। उसके पिता की मौत बीमारी की वजह से हो चुकी है । उस समय आवास उसके पिता के नाम को योजना की 1,25000 में से सिर्फ एक ही क़िस्त सिर्फ 25000 जारी हुआ था| इसके बाद से कोई क़िस्त नहीं मिला ।
उसका बेटा शित कुमार नेताम कर्ज लेकर मकान बनवाया था। कर्जदार तकादा कर रहे थे। मैंने भी अपने स्तर पर बहुत प्रयास किया पर पैसा आया ही नहीं। सरपंच के मुताबिक पिता के मौत के बाद नॉमिनी में किसी का नाम नहीं था इस वजह से भी शुरुआत में अगला क़िस्त जारी नहीं हुआ । शित कुमार नेताम की माँ का नाम जोड़ा गया पर पैसा इस योजना में अब तक नहीं आया। जिससे वह परेशान रहा करता था |
इस घटना के मिडिया में आने के बाद जिला प्रशासन ने गंभीरता दिखाई है | डिप्टी कलेक्टर के नेतृतव में एक टीम मामले की जांच करेगी। दोषी अफसर और कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई के साथ ही आत्महत्या के लिए विवश करने की धाराओं के तहत उन पर अपराध भी दर्ज किया जाएगा।
बताया जाता है कि बालोद जिले में पीएम आवास योजना के तहत लगभग 33 करोड़ रूपये का भुगतान बाकी है।
पुरुर पुलिस के मुताबिक शीत कुमार के परिजनों ने बयान दिया है कि पीएम आवास का राशि नहीं मिलने के कारण शीत कुमार ने आत्महत्या की है।
बहरहाल, तीन बरस पहले पति रामचरण नेताम के निधन के बाद उसकी पत्नी रुखमणी नेताम का सहारा उसका बेटा शीत कुमार ही था | जो वह भी छिन गया |